
• बोले- 21 सालों की दुर्दशा 21 महीनों में करेंगे ठीक
• 6 महीनों में करेंगे युवाओं के लिए 1 लाख रोजगार का सृजन
शिखर हिमालय डेस्क
हल्द्वानी। आम आदमी पार्टी के मुख्य संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड के अपने तीसरे दौरे को युवाओं के मसलों पर फोकस रखा। कहा कि युवाओं को रोजगार की जरूरत थी और सत्तारूढ़ दलों ने उन्हें सिर्फ वोट बैंक समझ अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। आप की सरकार आई तो 21 सालों की बदहाली को 21 महीनों में सुधार दिया जाएगा। रोजगार देने और पलायन रोकने के लिए अलग मंत्रालय बनाया जाएगा।
शनिवार को अरविंद केजरीवाल हल्द्वानी पहुंचने पर तिरंगा यात्रा के जरिए रोड शो किया। कुमाऊं मंडल में यह उनका पहला राजनीतिक दौरा था। इससे पहले वह दो बार देहरादून आकर बड़ी घोषणाएं कर चुके हैं। मीडिया से मुखातिब होकर केजरीवाल ने उत्तराखंड में अब तक सत्तारूढ़ दलों भाजपा और कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया। बोले- दोनों ही दलों ने 21 सालों में प्रदेश की दुर्दशा कर दी है। यह केवल पलायन प्रदेश बनकर रह गया है। उनकी सरकार आने पर उन्हें हालातों को सुधारने में 21 महीने लगेंगे।
युवाओं के लिए छह बड़ी घोषणाएं करते हुए केजरीवाल ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा का उपयोग प्रदेश के विकास में किया जाएगा। आप की सरकार छह महीने में 1 लाख युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करेगी। रोजगार मिलने तक प्रत्येक परिवार से एक युवा को 5000 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। उनके लिए अलग से मंत्रालय बनाया जाएगा। जो रोजगार देने और पलायन की नीति की मॉनिटरिंग करेगा। साथ ही जॉब पोर्टल भी तैयार किया जाएगा। जिसपर रोजगार देने वाले अपने विज्ञापन दे सकेंगे और युवा उससे जॉब तलाश सकेंगे। कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र में युवाओं के लिए 80 प्रतिशत रोजगार की गारंटी सुनिश्चित की जाएगी।
अरविंद केजरीवाल इससे पहले उत्तराखंड के दो दौरों में 300 यूनिट फ्री बिजली, प्रदेश को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित करने और कर्नल अजय कोठियाल को आप के मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुके हैं।
हल्द्वानी दौर पर केजरीवाल ने मीडिया के सवालों पर कहा कि दूसरी पार्टियों के अच्छे और ईमानदार नेताओं के लिए आम आदमी पार्टी के दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। पार्टी में ऐसे लोगों को स्वागत किया जाएगा।
इस दौरान उनके साथ कर्नल अजय कोठियाल, प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और आप के अन्य नेता भी साथ थे।