Uttarakhand Congress: उत्तराखंड कांग्रेस के लिए मंगलवार का दिन अमंगल खबर लेकर सामने आया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक सिंह के बाद पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्यता त्याग दी है। इन इस्तीफों की वजह PCC सदस्यों की नियुक्ति को बताया जा रहा है। मीडिया में कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ के सचिव नेमचंद्र सूर्यवंशी के इस्तीफे की भी खबर है।
उत्तराखंड में कांग्रेस अपने अंदरूनी संकट से चाहकर भी नहीं निकल पा रही है। पीसीसी की लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी में विवाद और गहराता दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज सबसे पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक सिंह ने पीसीसी से इस्तीफा दिया। उन्होंने इसकी वजह पीसीसी में वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा को बताया है। कहा कि मेरी जगह किसी वरिष्ठ नेता को यह सम्मान देना चाहिए।
वहीं, पिथौरागढ़ के कांग्रेस विधायक मयूख महर ने ईमेल के जरिए त्यागपत्र पार्टी को भेजा है। उनका कहना है कि पीसीसी के चयन से वह सहमत नहीं हैं। जो अपने बूथ पर कांग्रेस को नहीं जिता सके उन्हें भी पीसीसी सदस्य बना दिया। विधायकों को पीसीसी में शामिल कर कई कार्यकर्ताओं का हक मारा गया है। जरूरी था कि पार्टी की मजबूती के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाया जाता।
उधर, मीडिया रिपार्ट्स में कांग्रेस के एससी प्रकोष्ठ के सचिव नेमचंद्र सूर्यवंशी के त्यागपत्र की भी चर्चा है। उन्होंने भी उपेक्षा को ही कारण बताया है। यह भी बताया जा रहा है कि यह विवाद यहीं खत्म होता नहीं दिख रहा। अभी कई और भी पीसीसी की सदस्यता को छोड़ सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए उत्तराखंड से पहले पार्टी में ही जमीन मजबूत करने की चुनौती खड़ी हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा इस संकट से कैसे निपटेंगे, इसपर सबकी नजर टिकी हुई है।