उत्तराखंडचंपावत

Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने किया चंपावत साइंस सिटी का शिलान्यास

देहरादून 15 मार्च 2024। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल रूप में चंपावत साइंस सिटी का भूमि पूजन व शिलान्यास किया। साइंस सिटी का निर्माण 55 करोड़ 53 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। इस मौके पर नशा मुक्ति केंद्र का भी शुभारम्भ किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान केंद्र आदर्श चंपावत के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। कहा कि उत्तराखंड विज्ञान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट राज्य बने, इसके लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य की नोडल संस्था यूकॉस्ट के जरिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कहा कि विज्ञान, विकास का मूल आधार है और विज्ञान, संवेदनशील तरीकों से समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है।

उन्होंने कहा कि चम्पावत का विज्ञान केन्द्र राज्य में देहरादून, अल्मोड़ा के बाद तीसरा विज्ञान केंद्र होने जा रहा है। देश की 5वीं साइंस सिटी देहरादून में बनने जा रही है। कहा कि हाल में अल्मोड़ा में मानसखंड विज्ञान केन्द्र का लोकार्पण किया गया। कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा विज्ञान, प्रौद्योगिकी व नवाचार के प्रचार-प्रसार के लिए “मुख्यमंत्री लैब ऑन व्हील्स“ परियोजना के तहत हर जिले के लिए ’मुख्यमंत्री मोबाइल साइंस लैब’ को भी मंजूरी दी गई है। बताया कि प्रत्येक ब्लाक में स्टेम एजुकेशन सिस्टम द्वारा विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी व गणित विषय को विद्यार्थियों की योग्यता और रुचि अनुसार रोचक तरीकों से सिखाया जाएगा। कहा कि यूकॉस्ट 95 विकासखंडो में स्टेम लैब को स्थापित करने को प्रयासरत है। राज्य के सभी जिलों में विज्ञान केन्द्र बनाने के लिए बजट आवंटित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नशा मुक्ति केंद्र का भी शुभारम्भ करते हुएयुवाओं से प्रत्येक नशे से दूर रहने का आह्वान किया। सांसद अजय टम्टा ने कहा कि चंपावत कुमाऊं की राजधानी रही है। विज्ञान केन्द्र खुलने से बच्चों के विकास में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव शैलेष बगौली, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत आदि मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button