Uttarakhand: कार्य योजनाओं की होगी लगातार समीक्षाः CM
देहरादून। उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में विभागों दिए गए टारगेट के तहत धरातल पर उतरी योजनाओं और कार्ययोजना में तेजी की लगातार समीक्षा की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान कही।
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखं डमें पर्यटन, कृषि, उद्यान, उद्योग आदि के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। लिहाजा 2023 तक और क्या बेहतर किया जा सकता है, इस दिशा में तेजी से कार्य करना होगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ राज्य की जीडीपी में भी वृद्धि होगी। कहा कि चारधाम के यात्री कुमांऊ क्षेत्र तक पहुंचें इसके लिए नये पर्यटक और धार्मिक स्थल विकसित किए जाएं। साहसिक पर्यटन के नए स्थलों को विकसित करने पर तेजी से कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर ध्यान दिया जाए। एप्पल और कीवी मिशन काम करने के अलावा पहाड़ों में ऐरोमेटिक प्लांट को बढ़ावा दिया जाए। उच्च शिक्षण संस्थानों में डिग्री कोर्स के अलावा कौशल विकास से सबंधित डिप्लोमा कोर्स संचालित किरए जाएं। कहा कि विश्व में जिन क्षेत्रों में दक्ष मानव संसाधन की मांग बढ़ी हैं, ऐसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं की जाए।
प्रजेंटेशन में बताया गया कि पर्यटन में 2030 तक विभिन्न गतिवधियों को अंजाम दिया जाएगा। प्रदेश में हरसाल 1 करोड़ पर्यटक व श्रद्धालुओं के आगमन के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है। इससे राज्य में 05 लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
सीएम ने बताया कि नए पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों को विकसित करने और अवस्थापना सुविधा के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 2030 तक सेब उत्पादन में वृद्धि के लिए सरकार ने 1500 से 2000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश करने का लक्ष्य रखा है। जिससे 2500 करोड़ की अतिरिक्त जीडीपी बढ़ने का अनुमान है। इससे लगभग 30 हजार किसानों की आय में 10 गुना तक वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ एसएस सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगौली, डॉ पंकज कुमार पांडेय, विजय कुमार यादव, एसएन पाण्डेय, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, मैकेन्जी से सीनियर पार्टनर अमित खेर, अभिषेक बावेल आदि मौजूद थे।