
ऋषिकेश। युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर पर आंदोलन के 37वें दिन शकुंतला रावत का अनिश्चितकालीन अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं आज यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल, नगरपालिका नरेंद्रनगर के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा और नपा मुनिकीरेती के सभासद प्रतिनिधि अजय रमोला ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
शुक्रवार को हरिद्वार मार्ग स्थित कोयलघाटी में अंकिता हत्याकांड को लेकर जारी धरने के दौरान शकुन्तला रावत ने आमरण अनशन तीसरे दिन भी जारी रखा। वहीं उनके समर्थन में महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव कमलेश शर्मा, मैती संस्था की अध्यक्ष कुसुम जोशी, समाजसेवी प्रमिला जोशी और तरूण देवी क्रमिक अनशन पर बैठे।
आंदोलन के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचे यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि अंकिता हत्याकांड के दो महीने बाद भी सरकार बेटी को न्याय नहीं दिला पाई है। जिसके चलते इंसाफ के लिए हमारी मातृश्क्ति को अनशन पर बैठना पड़ रहा। हमारा सरकार से सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर वह वीआईपी है कौन, जिसे बचाने का काम किया जा रहा है।
राजेंद्र सिंह राणा ने उम्मीद जताई कि मातृशक्ति, बुजुर्गों और युवाओं का यह संघर्ष उत्तराखंड की बेटी को निश्चित ही न्याय दिलाकर रहेगा। सरकार को इस संघर्ष के आगे झुकना ही पड़ेगा। अजय रमोला ने एसआईटी की जांच पर सवाल उठाया कि आखिर आज तक यह पता कैसे नहीं चला कि जिसे स्पेशल ट्रीटमेंट देने की बात की जा रही थी, वह व्यक्ति कौन है?
आज धरने पर उषा चौहान, जयेन्द्र रमोला, नीलम लखेड़ा, योगेश भट्ट, रघुवीर सिंह, विक्रम भंडारी, शिव प्रसाद व्यास, पितांबर बुडाकोटी, राजेन्द्र गैरोला, यश अरोड़ा, गौरव राणा लक्ष्मी बुडाकोटी, जय देवी, स्वरुपी देवी, लक्ष्मी, रामेश्वरी चौहान, जया डोभाल, सर्वेश्वरी देवी, भगवती देवी चमोली, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, अंकित, जितार सिंह बिष्ट, प्रवीण जाटव, शकुंतला देवी, रामेश्वरी चौहान, प्रमिला रावत, विक्की प्रजापति, एसएस बिष्ट, विकास डोभाल, रमा देवी, महादेव नौटियाल, युद्धवीर सिंह चौहान, विनोद रतूड़ी, हिमांशु रावत, कर्ण सिंह पंवार, आशुतोष डंगवाल आदि मौजूद रहे।