
देहरादून। बदरीनाथ से रामेश्वरम तक की करीब 8000 किमी. की साइकिल यात्रा पर निकले युवा सोमेश पंवार को दून में स्पर्श हिमालय संस्था सम्मानित किया। इस दौरान सोमेश बोले उनके लिए यह यात्रा बेहद खास है।
गांधी जयंती के दिन बदरीनाथ से शुरू साइकिल यात्रा के तीसरे दिन सोमेश पंवार देहरादून पहुंचे। जहां स्पर्श हिमालय कार्यालय में विद्यार्थियों, स्वयं सेवक संघ, पर्यावरणविद और हिमालयीय विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया। इस दौरान सोमेश ने कहा कि वह इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित है। इसके माध्यम से वह देश के चारों तीर्थों तक हिमालय के संदेश को पहुंचाना चाहते हैं।
समारोह में हिमालयीय विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. राजेश नैथानी ने कहा कि यह साइकिल यात्रा एक युवा की यात्रा भर नहीं है बल्कि यह देश को भी एकसूत्र में पिरोने में योगदान देगी। इसके माध्यम से हिमालय और सनातन धर्म के मूल्यों की रक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा। इसबीच नैथानी ने स्पर्श हिमालय के गठन, उद्देश्य और कार्यों पर विस्तार से जानकारी दी।
समारोह में बताया गया कि सोमेश भगवान बदरीनाथ के ध्वज, अंगवस्त्र के साथ ही सतोपंथ और अलकनंदा का जल साथ लेकर भारत के चारो धामो की यात्रा पर निकले हैं। बामणी बदरीनाथ के निवासी सोमेश पेश से ट्रेकर हैं। इस यात्रा के जरिए वे स्पर्श हिमालय से परिचित कराने के मकसद को लेकर आगे बढ़े हैं।
समारोह का संचालन पदमश्री कल्याण सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश राणा, रिटायर्ड एडमिरल ब्रह्मास मिसाइल वीआरएस रावत, सेवानिवृत्त एडीजी आईसीएफआरई शैलेंद्र सिंह नेगी, एसडीएम देहरादून राम सिंह खत्री, हुकुम सिंह उनियाल, गजेंद्र रमोला, सीमा शर्मा सीईओ स्पर्श हिमालय आदि मौजूद थे।