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सिलक्याराः पीएम मोदी ने तीसरी बार ली सीएम से जानकारी

• 41 मजदूरों की जिंदगी अभी भी सांसत में, बचाव की कोशिशें हुई और तेज

• DRDO का रोबोट सिलक्यारा भेजा, परिजनों के लिए व्यवस्था के दिए गए निर्देश

Silkyara Tunnel Rescue : देहरादून। सिलक्यारा टनल हादसे के नौ दिनों में तमाम कोशिशों के बाद भी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी सांसत में है। अब तक केंद्र से राज्य तक मंत्री से लेकर आला अधिकारी राहत और बचाव की मुहिम पर जुटे हैं। आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम धामी से तीसरी बार रेस्क्यू ऑपरेशन की अपडेट ली। एक दिन पहले सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा ले चुके हैं। मजदूरों के सेफ रेस्क्यू के लिए अधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है। डीआरडीओ के रोबोट भी मौके पर भेज जा चुके हैं। सुरंग में फंसे मजदूरों के परिजनों की देखभाल के लिए भी अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है।

पीएम मोदी ने तीसरी बार ली अपडेट
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के विषय में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को जल्द ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। फिलहाल टनल में फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी है। टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं, ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें जल्द बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। अभी तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। पीएमओ की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी है।

एजेंसियों से समन्वय के लिए अधिकारी नियुक्त
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी रेस्क्यू अभियान में केंद्रीय संगठनों से समन्वय बनाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से नियुक्त नोडल अधिकारी डॉ. नीरज खैरवाल ने आज सिलक्यारा पहुंचकर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया। उन्होंने अभी एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, निदेशक अंशु मनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और रेस्क्यू अभियान में जुटे विभिन्न केंद्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।

डीआरडीओ के रोबोट भेजे
आज उत्तरकाशी टनल में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा डीआरडीओ के रोबोट भेजे गए हैं। सरकार द्वारा लगातार उत्तरकाशी में हर संभव सहायता भेजी जा रही है।

अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पहुंचे सिलक्यारा
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने को जारी रेस्क्यू अभियान में सहयोग करने के लिए सोमवार को भारत सरकार के आग्रह पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी सिलक्यारा पहुंचे। राज्य सरकार के केंद्रीय संगठनों से रेस्क्यू अभियान में समन्वय के नोडल अधिकारी और सचिव डॉ. नीरज खैरवाल, एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, निदेशक अंशु मनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स के साथ विचार विमर्श कर रेस्क्यू अभियान की रणनीति पर चर्चा की।

मजदूरों के परिजनों के लिए की व्यवस्था
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सिलक्यारा सुरंग में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी। कहा कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने का काम तेजी से चल रहा है। इस दौरान श्रमिकों के परिजनों के आवागमन और रहने-खाने का इंतजाम सरकार कर रही है। कहा कि श्रमिकों के परिजनों की देखभाल की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां आने वाले परिजनों के मोबाईल रिचार्ज से लेकर भोजन, आवास व आवागमन आदि की व्यवस्था की जाए। बताया कि दूसरे राज्य के अधिकारियों से बचाव कार्य और समन्वय बनाने के लिए तीन और अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है। सभी अधिकारियों को बचाव कार्य से जुड़ी व्यवस्थाओं में तत्काल योगदान देने के निर्देश दिए गए हैं। शासन स्तर पर भी वरिष्ठ आईएएस डॉ.नीरज खैरवाल को केंद्रीय संस्थानों, एजेंसियों और विशेषज्ञों की टीम से समन्वय की जिम्मेदारी पहले ही दी जा चुकी है। साथ ही एसडीएम शैलेन्द्र सिंह नेगी को पहले से ही मौके पर भेजा गया है। इसके अलावा हरिद्वार के एसडीएम मनीष सिंह, डीएसओ हरिद्वार तेजबल सिंह और डीपीएओ रुद्रप्रयाग अखिलेश मिश्रा की तैनाती भी कर दी गई है।

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