मनुष्य को अर्थ के साथ परमार्थ की भी करनी चाहिए कमाई
बनखंडी स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में श्रीरामकथा का तीसरा दिन
Shri Ram Katha : ऋषिकेश। सोमेश्वर महादेव मंदिर में श्रीरामकथा के तीसरे दिन कथावाचक संत लक्ष्मी नारायण महाराज ने कहा कि जीवन में निरंतरता के बिना सफलता मिलना मुश्किल होता है। सत्कर्म और सत्संग जीवन में निरंतरता लाने के अच्छे माध्यम हैं। यही पुण्य का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
बनखंडी स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में धर्मप्रेमियों ने तीसरे दिन भी श्रीरामकथा का रसपान किया। कथावाचक संत लक्ष्मी नारायण नंद महाराज ने कहा कि जीवन डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर, राजनेता, कथाकार, कलाकार बनना भी सरल है, लेकिन जीवन में सरल रहना बेहद कठिन है। इसके लिए जीवन में सत्कर्मों और सत्संग की निरंतरता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि जैसे रोग होने पर लगातार दवा ली जाती है, दवा को बंद कर दे ंतो रोग लौट आता है। ठीक ऐसे ही जीवन में निरंतरता और संतुलन आवश्यक है। कहा कि जीवन में जितना अर्थ जरूरी है उतना ही परमार्थ भी करना चाहिए। मनुष्य को जीवन में अर्थ के साथ परमार्थ की कमाई भी करनी चाहिए।
इस अवसर पर महंत रामेश्वर गिरी, कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह, रमेश अरोड़ा, बृजपाल सिंह राणा, कपिल गुप्ता आदि मौजूद थे।