Rishikesh News: ऋषिकेश। युवा न्याय संघर्ष समिति का बेमियादी धरना 19वें दिन भी जारी रहा। समिति ने अंकिता भंडारी के हत्यारोपियों पर गैंगेस्टर लगने को आंदोलन का असर बताया। निर्णय लिया कि समिति का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल एसआईटी प्रभारी पी. रेणुका देवी से मिलेगा। वहीं धरने पर बैठे लोगों को आंदोलन के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करने वालों की निंदा भी की।
हरिद्वार मार्ग स्थित कोयलघाटी में जस्टिस फॉर अंकिता और विधानसभा बैकडोर भर्ती प्रकरण में मुख्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन 19वें दिन भी जारी रहा। संयोजक दीपक जाटव ने नवनियुक्त पौड़ी एसपी द्वारा अंकिता के हत्यारोपियों को गैंगेस्टर एक्ट में निरूद्ध किए जाने को समिति के आंदोलन का असर बताया। वहीं कुछ लोगों द्वारा आंदोलन को बदनाम करने के लिए अनापशनाप बयानबाजी को उनकी बौखलाहट करार दिया।
समाजसेवी विमला रावत ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए हमें हार नहीं माननी है। उन्होंने अंकिता को न्याय दिलाने और विस बैकडोर भर्ती प्रकरण में कार्रवाई की मांग को दोहराया। कहा कि आंदोलन को गांधीवादी तरीके से जारी रखा जाएगा।
धरने में लक्ष्मी बुडाकोटी, सावित्री नेगी, रामेश्वरी चौहान, जया डोभाल, रोशनी देवी, माना देवी, उमा सिंह पंवार, गौरव कुमार, कुसुम जोशी, विजयपाल रावत, जयेंद्र रमोला, प्रवीण जाटव, उमा देवरानी, देवी प्रसाद व्यास, मदन सिंह राणा, विनोद रतूड़ी, भगवती देवी चमोली, सतु रागंड, कमला पोखरियाल, रोशना खरोला, संजय सिलस्वाल, विक्रम भंडारी, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, सुधा बडोनी, सुरेंद्र सिंह नेगी, अरविंद हटवाल, लक्ष्मी कंडवाल, युद्धवीर सिंह नेगी, हरिराम वर्मा, गौरव राणा, एलपी रतूड़ी, कांता प्रसाद जोशी, जगमोहन सिंह नेगी, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, सूरज कुकरेती, बीपी भारद्वाज आदि मौजूद रहे।