यमकेश्वर: श्रद्धा के साथ याद किए गए महंत अवैद्यनाथ

यमकेश्वर। विथ्याणी स्थित गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की 11वीं पुण्यतिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। इस अवसर महाविद्यालय की स्थापना पर प्रकाश डाला गया।
शनिवार को स्मृति समारोह की शुरूआत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। मुख्य अतिथि आरएसएस के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महंत अवैद्यनाथ के कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपने जीवन में पांच निष्ठाओं और कर्तव्यों को अपनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष पूर्व विधायक विजया बड़थ्वाल ने कहा कि जिस दौर में यमकेश्वर उच्च शिक्षा से वंचित था, ऐसे समय में उन्होंने यहां के कुछ जागरूक लोगों के आग्रह पर महाविद्यालय की स्थापना की। कहा कि महंत अवैद्यनाथ की शिक्षाएं सभी के लिए समान रूप से उपयोगी हैं।
मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शास्त्री ने उनके कृपाल सिंह बिष्ट से अवैद्यनाथ बनने तक सफर और नाथ परंपरा पर जानकारी साझा की। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वे जीवन में जिस भी मुकाम पर पहुंचें, लेकिन जड़ों को कभी न भूलें। प्राचार्य प्रो. (डॉ.) योगेश शर्मा और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र बिष्ट ने महाविद्यालय से जुड़ी जानकारियों को साझा किया।
कार्यक्रम में संयोजक डॉ. मीरा रतूड़ी, जिपंस बचन बिष्ट, प्रमिला बलूनी, कविता डबराल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद डबराल ने भी विचार व्यक्त किए। मौके पर देवी प्रसाद बलूनी, मधुसूदन बलूनी, मेघा, प्रो. उमेश कुमार त्यागी आदि मौजूद रहे।