रुद्रप्रयाग

केदारनाथः 90 तीर्थयात्रियों का एक दल पैदल कालीमठ रवाना

NDRF, SDRF, पुलिस व मंदिर समिति की निगरानी में दल का प्रस्थान

रुद्रप्रयाग। जंगल चट्टी लिनचोली में बादल फटने की घटना के बाद फंसे केदारनाथ के तीर्थयात्रियों को निकालने काम लगतातार जारी है। इस कार्य में प्रशासन और रेस्क्यू टीमों के साथ बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति भी जुटी हुई।

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने तीर्थयात्रियों से वर्षाकाल में सुरक्षित जगहों पर ही रुकने की सलाह दी है। साथ ही मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ही यात्रा करने की अपील की। कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशानिर्देशन में केदारनाथ क्षेत्र में रेस्क्यू तेजी से किया जा रहा है। सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य को प्रस्थान कर रहे हैं। बताया कि शनिवार को 90 तीर्थयात्रियों का दल केदारनाथ से प्रशासन और मंदिर समिति की देखरेख में जाला चौमासी-कालीमठ पैदल मार्ग से गंतव्य को रवाना हुआ।

समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि बीते बुधवार को 2965 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे थे। उनमें कुछ वापस गुप्तकाशी सकुशल पहुंच गये थे। कुछ तीर्थयात्रियों को लिनचौली से रेस्क्यू कर प्रशासन द्वारा हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी पहुंचाया गया। शुक्रवार को भी एमआई-17 ने 15 तीर्थयात्रियों को गौचर पहुंचाया गया। शनिवार सुबह 90 तीर्थयात्रियों का दल एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व मंदिर समिति की देखरेख में जाला चौमासी के 22 किमी पैदल मार्ग से कालीमठ को रवाना किया गया।

बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ में 250 से 300 लगभग तीर्थयात्री मौजूद हैं। समिति द्वारा तीर्थयात्रियों का यथा संभव ध्यान रखा जा रहा है। समिति द्वारा एक दिन पहले यात्रियों को फल वितरित किए गए। शनिवार को भंडारा लगाया गया।

गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल रेंज केएस नगन्याल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे सहित जिला प्रशासन पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के निर्देशन में रेस्क्यू कार्यों का तेजी से संचालन हो रहा है। मंदिर समिति से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, लोकेंद्र रिवाड़ी, प्रदीप सेमवाल, कुलदीप धर्म्वाण, पुष्कर रावत ललित त्रिवेदी, संदीप रावत आदि मौजूद रहे।

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