ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Aiims Rishikesh) ने ड्रोन के माध्यम से बुधवार को हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित जेल परिसर में हेपेटाइटिस की दवा पहुंचाने में सफलता हासिल की। वापसी में ड्रोन कुछ कैदियों के ब्लड सैंपल लेकर एम्स लौटा।
एम्स की ड्रोन मेडिकल सेवा नियमित स्तर पर राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों तक दवा पहुंचाने का कार्य कर रही है। दो साल पहले 16 फरवरी को टिहरी के जिला चिकित्सालय में टी.बी. की दवा पहुंचाकर पहला सफल ट्रायल किया गया था। बुधवार को हरिद्वार जेल में कुछ कैदियों के लिए हेपेटाइटिस सी की दवा पहुंचाई गई।
कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने ड्रोन को सुबह 11 बजे एम्स के हैलीपेड से हरिद्वार के लिए रवाना किया। करीब 28 मिनट बाद ड्रोन रोशनाबाद में स्थित जेल परिसर में पहुंचा। जहां जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य और फार्मेसिस्टों ने दवाइयां प्राप्त कीं। वापसी में ड्रोन कुछ कैदियों के सैंपल भी लेकर आया है।
इस अवसर पर डा. अजीत भदौरिया, डा. रोहित गुप्ता, डा. योगेन्द्र प्रताप मथुरिया, डॉ. जितेन्द्र गैरोला, डा. हरदीप मनहास, पंकज ठाकुर आदि मौजूद रहे।