
Power Lifting Sports : बीते कुछ वर्षों में पावर लिफ़्टिंग का खेल खासा लोकप्रिय हो रहा है। यही कारण है कि देश दुनिया में पावर लिफ़्टिंग की प्रतियोगिताएं खेल प्रेमियों के बीच लगातार आकर्षण बन रही हैं। सोशल मीडिया पर भी यह स्पोर्ट्स काफ़ी तेज़ी पसंद किया जा रहा है।
पावर लिफ़्टिंग एक ताक़त वाला खेल है। यह ओलंपिक वेटलिफ्टिंग से एक अलग तरह प्रतियोगिता है। जिसे अंतर्राष्ट्रीय पावरलिफ़्टिंग फेडरेशन (आईपीएफ़) द्वारा वैश्विक स्तर पर संचालित किया जाता है। यह एक व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा है, जिसमें प्रतियोगी स्क्वाट, बेंच प्रेस और डेड लिफ्ट में एक पुनरावृत्ति के लिए जितना संभव हो उतना वजन उठाने का प्रयास करते हैं।
उत्तराखंड में भी पावर लिफ़्टिंग में लोगों की रुचि तेज़ी से बढ़ रही है। नतीजा, इसने छात्र- एथलीटों के साथ ही साधारण तौर पर जिम जाने वालों के पसंदीदा खेल का स्थान ले लिया है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के लोग उत्साहपूर्वक इस खेल को एक शौक़ के रूप में अपना रहे हैं। इसके अलावा अब अधिक प्रतिभाशाली एथलीट इस खेल में प्रवेश कर रहे हैं, जिसे बढ़ती भागीदारी और ताक़त के अभूतपूर्व करतबों द्वारा देखा जा सकता है।
इसी संदर्भ में ऋषिकेश के सोलह वर्षीय तरुण स्वर्णिम रतूड़ी के प्रदर्शन को देखा जा सकता है। जिसने पिछले दिनों 24 व 25 अगस्त को देहरादून में संपन्न 24वीं उत्तराखंड राज्य पावरलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में अपने वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया।
स्वर्णिम इससे पहले भी अनेक प्रतियोगिताओं में पदक हासिल कर चुके हैं। आगामी अक्टूबर माह में वह पुर्तगाल में होने वाली विश्व पावरलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके कोच अर्जुन गुलाटी व खेल प्रेमियों ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी हैं।