कीवी मिशन ने दिखाई पवन पांडेय को आत्मनिर्भरता की राह

उत्तराखंड के पर्वतीय ग्रामीण अंचलों में अब खेती सिर्फ जीविकोपार्जन का साधन नहीं रही, बल्कि यह सम्मानजनक और लाभकारी रोजगार का नया विकल्प बनती जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में संचालित योजनाओं और युवाओं की नई सोच ने कृषि को आत्मनिर्भरता और उद्यमिता का माध्यम बना दिया है। पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड कोट के भटकोट गांव के युवा किसान पवन पांडेय की सफलता इस परिवर्तन की जीवंत मिसाल है।
पवन पांडेय ने वर्ष 2019 में शिक्षा पूर्ण करने के बाद नौकरी की बजाय खेती को अपना जीवन मार्ग बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार की कीवी मिशन योजना के तहत वर्ष 2020 में 12 लाख रुपये के निवेश से एक हेक्टेयर भूमि में कीवी की खेती शुरू की। उन्होंने लगभग 300 कीवी पौधों का रोपण किया, जिसमें उद्यान विभाग की ओर से ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली जैसी तकनीकी सहायता प्रदान की गई।
लगातार मेहनत और वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने का परिणाम वर्ष 2024 में सामने आया, जब पहली बार उनकी कीवी बागवानी से फल प्राप्त हुए। एक क्विंटल उत्पादन पर उन्हें ₹40,000 का लाभ हुआ। वहीं, इस वर्ष 1.5 क्विंटल उत्पादन पर ₹50,000 तक की आमदनी की उम्मीद है। इसके साथ ही पवन हल्दी की खेती से भी सालाना करीब ₹35,000 की अतिरिक्त आय अर्जित कर रहे हैं।
पवन पांडेय की बागवानी अब केवल उनकी आमदनी का जरिया नहीं, बल्कि गांव के 4 से 5 युवाओं के लिए रोजगार का माध्यम भी बन चुकी है। उनके खेत में प्रतिदिन लोग कीवी खरीदने आते हैं, जिससे स्थानीय कृषि पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है। इसके अलावा वे पौड़ी जिले से बाहर भी अपने उत्पाद की आपूर्ति कर रहे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने कहा कि राज्य के युवा पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक बागवानी और कृषि की ओर भी आगे बढ़ें, इसके लिए सभी विभाग समन्वित प्रयास कर रहे हैं। पवन जैसे युवा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर न केवल अपनी आमदनी बढ़ाई है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आत्मनिर्भरता का मार्ग भी प्रशस्त किया है।
पवन पांडेय ने कहा कि अगर इच्छाशक्ति और सही मार्गदर्शन हो, तो खेती भी एक सम्मानजनक और सशक्त रोजगार बन सकती है। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन और उद्यान विभाग का आभार जताया। कहा कि सरकार की योजनाओं ने उन्हें नई दिशा दी है।
उत्तराखंड सरकार की कीवी मिशन योजना ग्रामीण क्षेत्रों में नई संभावनाओं के द्वार खोल रही है। भटकोट गांव के इस युवा किसान की उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि मेहनत, मार्गदर्शन और सरकारी सहयोग मिलकर खेती को आत्मनिर्भरता और समृद्धि का सशक्त आधार बना सकते हैं।