
Uttarakhand Vidhansabha Bhari case: उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में सरकार पर पूर्व सीएम हरीश रावत के हमले के बाद आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पलटवार किया, तो पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल का यह बयान भी सामने आया कि अगर मैं अपराधी हूं तो मैं भी जेल जाने को तैयार हूं।
दरअसल, विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में हटाए गए कर्मचारियों की याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी खारिज होने के बाद सरकार ने इसे अपने फैसले की जीत करार दिया। तो पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी पीठ थपथपाने पर सीएम से लेकर पूर्व और मौजूदा स्पीकर को लेकर निशाना साधा। रावत ने सवाल उठाया था कि क्या विधि विहीन नौकरी देने और दिलाने वालों की गलती नहीं है। जिसके बाद से इस मामले में राजनीति गर्मा गई है।
आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हरीश रावत पर पलटवार किया। कहा कि भाजपा ने नैतिक साहस दिखाते हुए भर्ती प्रकरण की जांच कर नियुक्तियां रद्द कर दी हैं। जिसपर सुप्रीम कोर्ट भी मोहर लगा चुकी है। अब कांग्रेस की बारी है कि वह नैतिक साहस दिखाए और कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे यशपाल आर्य और गोविंद सिंह कुंजवाल पर कार्रवाई करे।
वहीं, इस प्रकरण पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल का भी मीडिया में बयान आया है। कहा कि बेरोजगारों की कोई गलती नहीं है। कानूनी रूप से गलती हमारी मानी जानी चाहिए। अगर वह अपराधी हैं तो वह जेल जाने को तैयार हैं। कहा कि बर्खास्त कर्मचारियों की योग्यता पर उन्हें कोई शक नहीं है।
सो, जानकारों की मानें तो विधानसभा भर्ती प्रकरण पर लगातार आ रहे बयानों से प्रदेश का राजनीतिक पारा फिर से गर्मा गया है। इसका अंत कहां जाकर होगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा।