
हल्द्वानी। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति और हल्द्वानी किताब कौतिक की ओर से एचएन इंटर कॉलेज में आयोजित पांच दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला संपन्न हो गई। समापन पर बच्चों ने हल्द्वानी, किताब कौतिक, कार्यशाला, मोबाइल, पुस्तक, अनुशासन, घर के बूढ़े आदि पर स्वरचित कविताएं सुनाई।
बीते चार फरवरी से आरंभ कार्यशाला में बालप्रहरी, फुलवारी, बाल मन, नई किरन, ज्योति, बाल भारती, बालिका स्वर, कोंपल, बाल वाटिका, बाल वाणी, प्रारम्भ, उमंग, हौसला, उम्मीद, संघर्ष, बाल दोस्त, मेरी पत्रिका, नई ज्योति, नई उमंग, मेरी उड़ान आदि नामों से बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पत्रिकाओं की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। वहीं बच्चों ने बालप्रहरी के संपादक उदय किरौला के निर्देशन में नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन-टनाटन’ का मंचन भी किया।
नाटक के माध्यम से बच्चों ने मोबाइल संस्कृति पर कटाक्ष किया और उससे हो रहे दुष्प्रभाव पर रोशनी डाली। बेहतरीन अभिनय के लिए हर्षिता रौतेला “बुलबुल“ को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। रंगकर्मी वन्या जोशी और परिवहन अधिकारी विमल पान्डे ने हर्षिता रौतेला के अभिनय की विशेष तौर से सराहना की.
मुख्य अतिथि पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. बीआरबी पनेरु ने कहा कि हमारे समय में इस तरह की कार्यशालाएं नहीं होती थी। उन्हें एक बेहतरीन अवसर इस कार्यशाला के माध्यम से अपनी रचनात्मक प्रतिभा को निखारने का मिला है। इसका लाभ हमेशा उनके जीवन में मिलेगा और उनके जीवन की दिशा तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.।
समारोह में मंजू पांडे ‘उदिता’ द्वारा संपादित हस्तलिखित पत्रिका ‘हल्द्वानी दर्पण’ का लोकार्पण भी किया गया। कार्यशाला में एच.एन.इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या इंटर कालेज धौलाखेड़ा, रा.उ.प्रा.विद्यालय मुखानी, शिशु भारती विद्या मंदिर, हरगोविंद सुयाल सरस्वती विद्या मंदिर आदि के 45 से अधिक बच्चों ने भागीदारी की।
मौके पर डायट भीमताल की प्राचार्य गीतिका जोशी, ललिता कापड़ी, डॉ. हयात सिंह रावत, हेम पंत, प्रधानाचार्य भगवान सिंह सामन्त, वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला, प्रो. प्रभा पंत, कहानीकार दिनेश कर्नाटक, विमला जोशी ‘विभा’, बीना फुलेरा, लोकेष्णा मिश्रा, डा. शैलेंद्र धपोला, अंजू भट्ट, प्रेमा शर्मा, दामोदर जोशी देवांशु, गोविंद बल्लभ बहुगुणा, इंद्रा तिवारी, हरिहर लोहुमी, मोहम्मद अरमान आदि मौजूद रहे।