समर कैंप में छात्रों ने जाना भाषा और संस्कृति का महत्व

गुप्तकाशी। गुप्तकाशी स्थित डॉ. जैक्सवीन नेशनल स्कूल में आयोजित सात दिवसीय भारतीय भाषा समर कैंप संपन्न हो गया। शिविर में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भारतीय भाषाओं संस्कृत के महत्व को जाना।
शिविर में मुख्य रूप से स्थानीय पकवानों को बनाना, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी, देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही स्थानीय कलाकारों ने नृत्य और वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति भी दी। अंतिम दिन छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसके विजेताओं को पुरस्कार व स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
पंजाबी भाषा की लिखित प्रतियोगिता में वैभव नौटियाल, इशिका राणा व स्तुति, उत्तराखंड के भूगोल एवं इतिहास ज्ञान परीक्षा में अंशुल, सुधांशु प्रताप सिंह राणा, कुशाग्र दुमागा, पंजाबी गीत गायन में शिक्षक रामकृष्ण गोस्वामी, गढ़वाली गीत गायन में अभिभावक बब्बर सिंह चौहान, पूजा बिष्ट और श्लोक में सृष्टि बागवाड़ी विजेता रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वच्छ भारत अभियान के मनोज बेंजवाल ने कहा कि ऐसे आयोजन सांस्कृतिक चेतना जगाने व भाषायी बंधनों को तोड़ने का कार्य करते हैं। संदर्भदाता कविता दुमोगा व संयोजक विनोद गैरोला ने समर कैंप में योगदान दिया।
प्रधानाचार्य लखपत राणा ने कहा कि विद्यालय द्वारा समर कैंप का आयोजन अपने संसाधनों से किया। पीटीए अध्यक्ष आशीष राणा ने कहा कि प्रतिभागियों को अन्य भाषाओं और संस्कृति को नए सिरे से जानने का मौका मिला।