पत्रकारों और राजनेताओं में नहीं पहले जैसी कार्यनिष्ठाः सुबोध उनियाल
जयंती पर याद किए गए विश्वभर दत्त चंदोला, तीन वरिष्ठ पत्रकार सम्मानित

देहरादून। उत्तराखंड के मूर्धन्य पत्रकार व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. पंडित विश्वम्भर दत्त चन्दोला के 143वें जन्मदिवस पर गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान तीन वरिष्ठ पत्रकारों सोमवारी लाल उनियाल ‘प्रदीप’, जयसिंह रावत और भगीरथ शर्मा को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
बुधवार को सहस्रधारा रोड स्थित विश्वम्भर दत्त चन्दोला अध्ययन एवं शोध संस्थान में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि आज चाहे पत्रकार हों या राजनेता, उनमें पहले जैसी तत्परता व कार्यनिष्ठा का अभाव खलता है। विश्वम्भर दत्त चन्दोला के पत्र ‘गढ़वाली’ और उनके उस दौर के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि आज पत्रकारिता से जुड़े लोगों को ‘आर्थिक मिशन’ के बजाय चन्दोला जी के पत्रकारिता मिशन के जज्बे से सीखने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि रायपुर विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ ने कहा कि अक्सर बौद्धिक कार्यक्रमों में नया सीखने को तो मिलता ही है, साथ ही सामाजिक संघर्षों के पुरोधाओं से प्रेरणा भी प्राप्त होती है। वरिष्ठ पत्रकार सोमवारी लाल उनियाल ‘प्रदीप’ ने पुराने दौर की पत्रकारिता के संघर्षों को इंगित किया। कहा कि वर्तमान में सुविधाओं के बावजूद आज धारदार पत्रकारिता का विलुप्त होना कचोटता है।
वरिष्ठ पत्रकार जयसिंह रावत ने ऐतिहासिक पत्र-पत्रिकाओं को सरकारी स्तर पर सहेजने पर जोर दिया। कहा कि ऐसा न किया गया तो भावी पीढी ऐतिहासिक संघर्षों व दस्तावेजों की धरोहर को खो देगी, यह समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगा। उन्होंने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप की भी चर्चा की और इस बात को रेखांकित किया कि हमारा उद्देश्य आखिरकार जनपक्ष होना चाहिए।
पत्रकार भगीरथ शर्मा ने पत्रकारिता जीवन के अपने ढ़ाई दशकों के संघर्षों को साझा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शोध संस्थान के अध्यक्ष ओ.पी. सकलानी और संचालन लोकेश नवानी व विजयेश नवानी ने किया।
इस अवसर पर 94 वर्षीय शम्भू प्रसाद नवानी, डॉ. मुनिराम सकलानी, विनोद चन्दोला, डॉ. योगेश धस्माना, डॉ. प्रदीप जोशी, विजय प्रताप मल्ल, आनन्द बहुगुणा, जयदीप सकलानी, अम्बुज शर्मा, ललित मोहन लखेड़ा, जगदीश बावला, प्रदीप कुकरेती, आशीष उनियाल, विक्रम गुसाईं, स्वामी एस. चन्द्रा, अनिल रावत, महेश्वर सिंह बघेल, सुनील कुमार मेहता, विकास ठाकुर, शोभा धस्माना, रंजना भंडारी, बबीता उनियाल, छाया शर्मा, अनिता वोरा, ममता भट्ट आदि मौजूद थे।