सहकारिता के क्षेत्र में और प्रयासों की जरूरतः धामी
सीएम ने सचिवालय में सहकारी बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक की

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में आजीविका संवर्धन के लिए सहकारिता के क्षेत्र में और अधिक प्रयासों की जरूरत है। ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ आज लोगां को मिल सके।
मंगलवार को सीएम ने सचिवालय में उत्तराखंड राज्य सहकारी बैकों के अधिकारियों की बैठक ली। कहा कि विभागों की समान प्रकृति की योजनाओं के लिए मिश्रित लोन की सुविधा मिलनी चाहिए। सहकारी बैंकों को एनपीए कम करने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। बैंकों को ऋण जमा अनुपात बढ़ाने की दिशा में विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में और प्रयासों की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने और कलस्टर आधारित अप्रोच पर अधिक ध्यान दिया जाए। पर्वतीय जनपदों में सहकारिता आधारित कार्यों को तेजी से बढ़ाने की आवश्यकता है। राज्य में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। आमजन को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए लोन की प्रक्रियाएं सरल की जाएं। साथ ही सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी गोष्ठियों और कैम्प लगाकर दी जाए।
बैठक में सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि पिछले 5 सालों में राज्य के सहकारी बैंकों का एनपीए घटकर 3.81 प्रतिशत रह गया है। यह पहले लगभग 20 प्रतिशत था। बताया कि सहकारी बैंक मोबाइल बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने को भी प्रयासरत हैं। राज्य में सभी पैक्स का कंप्यूटराइजेशन कार्य पूरा हो गया है। सहकारी बैंकों में आईबीपीएस से भर्तियां की जा रही हैं।
बैठक में सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, बीवीआरसी पुरुषोत्तम, अपर निबंधक सहकारिता ईरा उप्रेती, एमडी सहकारिता नीरज बेलवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।