सीएम धामी पहुंचे अपने पुराने स्कूल, छात्रों ने पूछे सवाल
थारु राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम आयोजित

खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को अपने पुराने स्कूल थारु राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचे। उन्होंने यहां परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं से सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। विद्यालय से जुड़े अपने अतीत को याद कर वह भावुक भी हुए। कहा कि उनकी कामयाबी में विद्यालय का भी बड़ा योगदान है।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एग्जाम के दौरान उत्पन्न होने वाले तनाव, जिज्ञासा आदि पर मार्गदर्शन किया है। तनाव से दूर रहने के लिए एक्जाम वारियर परीक्षा पे चर्चा पुस्तक को अवश्य पढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ऑडिटोरियम को आधुनिक बनाने, मुख्य भवन की मरम्मत कराने और खेल मैदान का सौंदर्यीकरण कराने की घोषणा भी की।
छात्र-छात्राओं के सवाल जवाब के दौरान अष्टवी राज ने परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट पर सवाल पूछा। जवाब में धामी ने कहा कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं है, कठिन सब्जेक्ट को अधिक समय दीजिए, शिक्षकों, दोस्तों के साथ टॉपिक एवं विषय पर से चर्चा कीजिए। कहा कि मैं भी सामान्य छात्र रहा हूं, हमें किसी भी सब्जेक्ट को कठिन नहीं मानना चाहिए।
मोहम्मद रेहान ने पूछा कि बारहवीं के बाद क्या विकल्प चुनना चाहिए? मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी रूचि के अनुसार करियर का विकल्प चुनना चाहिए। हमारे गुरु और अभिभावक गाइड कर सकते हैं। मोहम्मद आरिफ ने पूछा एग्जाम आने पर प्रेशर और डिप्रेशन बढ़ता है, पढ़ाई कैसे की जाए? धामी ने कहा “मन के जीते जीत है, मन के हारे हार“।एग्जाम से डरने की जरूरत नहीं है, एग्जाम युद्ध का मैदान नहीं है। प्रश्न सिलेबस से ही पूछे जाएंगे। बस टाइम मैनेज करना है। निष्ठा, ईमानदारी और लगन से पढ़ाई करने के साथ व्यायाम व खेलकूद को भी समय देना चाहिए।
प्रेरणा ने पूछा कि पहले और अब की पढ़ाई में वह क्या परिवर्तन देखते हैं? मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अंतर इतना है कि पहले तख्ती पर लिखते थे, टाट पट्टी और चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते थे। आज साइंस एंड टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है। तकनीकी ज्ञान वर्तमान के बच्चों को ज्यादा है। प्रियांशी ने पूछा नकारात्मक विचारों से कैसे बचें? मुख्यमंत्री ने कहा कि मन में सकारात्मक सोच, उत्साह एवं उमंग होनी चाहिए। मन में उत्साह होगा तो हमारे अंदर ऊर्जा आएगी और खराब सोच भूल जाएंगे।
आरिश ने पूछा स्पोर्ट्स के क्षेत्र में कौन-कौन सी योजनाएं हैं जिससे आगे बढ़ा जा सकता है? मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नई स्पोर्ट्स नीति लेकर आई है जिसमें प्रावधान किया गया है कि यदि कोई खेल क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसके बाहर आने जाने, रहने, खाने के साथ ही नौकरी की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि नौकरियों में खेल कोटा शुरू कर रहे हैं। अनमोल प्रजापति ने पूछा अपनी घबराहट व झिझक को कैसे दूर करें? धामी ने कहा कि हमें अपने सोचने का नजरिया बदलना चाहिए। उदाहरण दिया कि यदि आप किसी सभा में बोल रहे हैं तो मन से निकाल दें कि कोई भी व्यक्ति हमसे ज्यादा विद्वान इस सभा में उपस्थित है। सकारात्मक विचारों के साथ अपनी बात को रखते रहना चाहिए। मोरल हाई होगा तो झिझक स्वतः ही दूर हो जाएगी।
अंजू गंगवार ने पूछा कि पॉलिटिक्स में कैसे आगे बढ़ा जाए? सीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि मुझे कुछ बनने के लिए नहीं बल्कि कुछ करने के लिए बनना है। राजनीति ही नहीं बल्कि चुने गए कार्यक्षेत्र में पूरी ईमानदारी निष्ठा एवं लगन, समय बाध्यता के साथ कार्य करोगे तो निश्चित ही उस क्षेत्र के लीडर कहलाओगे। इनके अलावा रिजवान अहमद ने एनसीसी, राहुल बडोनी ने इंग्लिश मीडियम आदि के बारे में प्रश्न पूछे।
मौके पर डीएम युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य भी मौजूद रहे।