
देहरादून। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मेघदूत नाट्य संस्था की ओर से ‘रुक्मिणी मंगल’ नाटक का मंचन किया गया। नाटककार एसपी ममगाईं लिखित नाटक की कथावस्तु रुक्मिणी विवाह, बदरीनाथ में घंटाकर्ण तपस्या और प्रद्युम्न जन्म पर आधारित थी।
राजा रोड स्थित गीता भवन सभागार में सनातन धर्म सभा के सहयोग से आयोजित ‘रुक्मिणी मंगल’ नाटक में भगवान कृष्ण रुक्मिणी के साथ बदरीनाथ में घंटाकर्ण को क्षेत्रपाल नियुक्त करते हैं। नाटक कार ममगाईं ने बताया कि नाटक के प्रसंगों को श्रीमद्भागवत पुराण, शिव पुराण, हरिवंश पुराण, स्कंद पुराण, कथावाचक राधेश्याम खंडकाव्य रुक्मिणी मंगल, रामचरित मानस और गर्ग संहिता से लिया गया है।
नाट्य प्रस्तुति में विजय डबराल ने शिव, जाह्नवी पांडे ने पार्वती, अनिल दत्त शर्मा ने श्रीकृष्ण, मिताली पुनेठा ने रुक्मिणी, उत्तम बंदूनी ने ब्राह्मण, नंदकिशोर त्रिपाठी ने घंटाकर्ण, गिरीविजय ढौंढियाल ने घंटा के भाई का चरित अभिनीत किया। वहीं, अर्चना भंडारी ने सुलेखा, गोविंद थपलियाल ने ऋषि अंगिरा, मनीष गुसाईं ने वसंत, राजेश भारद्वाज ने सारंग, पूनम राणा ने भूमा, रश्मि जैना ने मंगला, हर्ष पांडे ने सात्यकि, प्रदीप शर्मा ने वशिष्ठ, पूनम राणा ने कामदेव, मनीष गुसाईं ने कृतवर्मा की भूमिका निभाई। नाटक में आलोक मलासी और मोहित कुमार ने संगीत दिया। अमिता मोहित, मोनिका ढौंढियाल, अभिषेक मैंदोला, सपना गुलाटी, प्रदीप शर्मा और ममता ने वस्त्र और सज्जा का कार्य संभाला।
मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजान दास, सविता कपूर, सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष राकेश ओबेरॉय, महामंत्री विपिन नागलिया और गुलशन खुराना आदि मौजूद रहे।