वीरभूमि के रूप में है सवाड़ गांव की पहचानः धामी
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विकास को लेकर की कई घोषणाएं

गोपेश्वर (चमोली गढ़वाल)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सवाड में क्षेत्रीय विकास को लेकर कई घोषणाएं की। इस दौरान सीएम ने क्षेत्रीय विकास को लेकर कई घोषणाएं भी की। धामी ने कहा कि वीरभूमि के रूप में सवाड़ की पूरे भारत में पहचान है।
रविवार को सवाड़ पहुंचने पर पूर्व सैनिकों, उनके परिजनों और क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने ग्वालदम-देवाल-वाण मोटर मार्ग को नंदा देवी राजजात के आयोजन के उपरांत बीआरओ को सौंपने की प्रक्रिया प्रारंभ करने और ‘अमर शहीद सैनिक मेला सवाड़’ को राजकीय मेला का दर्जा देने की घोषणा की।
उन्होंने रामपुर तोर्ती को कुमाऊं क्षेत्र से जोड़ने वाली सड़क के निर्माण को भी सरकार की प्राथमिकता बताया। सीएम ने थराली के तलवाड़ी और नंदानगर के लांखी क्षेत्र में मिनी स्टेडियम निर्माण को स्वीकृति करने का जिक्र भी किया।
सैनिक स्मृति संग्रहालय का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ‘अमर शहीद सैनिक मेला’ के उद्घाटन पर कहा कि सवाड़ की धरती हमेशा राष्ट्रभक्ति, समर्पण और शौर्य की मिसाल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं सैनिक परिवार से आते हैं। इस वीरभूमि में पहुंचकर उनके मन में अपने पिता द्वारा सुनाई गई अनेक वीरगाथाओं की स्मृतियाँ ताजा हो उठीं। कहा कि सवाड़ गांव के वीर जवानों ने सदैव राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अप्रतिम त्याग किया है, जिसकी पहचान पूरे भारत वर्ष में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना और रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार देखने को मिले हैं। जहां एक समय भारत रक्षा उपकरणों के लिए विदेशों पर निर्भर था, वहीं अब भारत कई महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों का निर्यात करने वाले अग्रणी राष्ट्रों में शामिल हो चुका है।
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत की सामरिक क्षमता, सैनिकों का साहस और स्वदेशी हथियार तीनों ने विश्व स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है।
राज्य की सामाजिक चुनौतियों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विकृतियों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने निर्णायक कदम उठाए हैं, ताकि देवभूमि की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक समरसता को सुरक्षित रखा जा सके। कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने यूसीसी को व्यावहारिक रूप से लागू किया है।
मौके पर विधायक थराली भूपाल राम टम्टा, डीएम गौरव कुमार, एसपी सुरजीत सिंह पंवार, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद अध्यक्ष रामचन्द्र गौड़, उपाध्यक्ष हरक सिंह नेगी, मेला समिति सवाड़ अध्यक्ष आलम सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।



