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चैत्र नवरात्रि में यह हैं शुभ और अशुभ संकेत

Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि पर्व को बेहद कल्याणकारी माना गया है। खासकर यंत्र और मंत्र सिद्धि के लिए यह बेहद उपयोगी समय है। ज्योतिषाचार्य डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल कहते हैं इसबार चैत्र नवरात्रि पर्व का प्रभाव शुभ और अशुभ दोनों ही है। बताते हैं कि शुभ यह कि इस अवधि में दो ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं, जिसे अच्छा माना गया है। जबकि इस बार माता के आगमन और प्रस्थान की सवारियां अशुभता के संकेत हैं। सो देश दुनिया को इसबार शांति की कामना के साथ पर्व को मनाना चाहिए।

नवरात्रि में अशुभ संकेत
आचार्य डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि मंत्र और यंत्र की सिद्धि के लिए यह नवरात्र वरदान के समान है। उनके अनुसार इसबार चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर प्रस्थान करेंगी। देश-दुनिया के लिहाज से इन दोनों ही सवारियों को शुभ संकेत नहीं माना गया है।

नवरात्र में सकारात्मकता
डॉ घिल्डियाल के अनुसार इस वर्ष नवरात्र पर्व पूरे नौ दिन का है। एक भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है। नवरात्र में तिथि का क्षय न होना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस नवरात्रि में दो ग्रहों के राशि परिवर्तन को भी बेहद शुभ माना जा रहा है।

दो ग्रहों का राशि परिवर्तन
चैत्र नवरात्रि में दो अहम ग्रह राशि बदलने जा रहे हैं। इन 9 दिनों के अंतराल में मंगल और बुध ग्रह राशि बदलेंगे। वहीं शनि देव मकर राशि में रहकर पराक्रम में वृद्धि करेंगे। इसके अलावा नवरात्रि के दौरान रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग बन रहे हैं। शनिवार से नवरात्रि का प्रारंभ होना और शनि देव का अपनी ही राशि मकर में मंगल के साथ रहना शुभ फल देगा। कुल मिलाकर इस दौरान माता की पूजा-उपासना करना कामों में सफलता दिलाएगा। मनोकामनाएं पूरी करेगी।

(नोट – ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल कुंडली, हस्तरेखा और वास्तु शास्त्र के मर्मज्ञ के साथ-साथ यंत्र साधना के अच्छे जानकार हैं। आप उनसे संपर्क कर सकते हैं। निवास’ 56/1 धर्मपुर, देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय- सी- 800, आईडीपीएल कॉलोनी, वीरभद्र, ऋषिकेश। मोबाइल -9411153845)

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