चंद्रग्रहण के चलते बदरी-केदार और अन्य मंदिर हुए बंद
29 अक्टूबर को ब्रह्ममुहुर्त में शुद्धिकरण बाद खुलेंगे कपाट, पूजा अर्चना होगी शुरू

Lunar Eclipse : बदरीनाथ/केदारनाथ। चंद्रग्रहण के दौरान बदरीनाथ (Badrinath) और केदारनाथ (Kedarnath) मंदिरों समेत बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अधीनस्थ सभी मंदिर शाम 4 बजे बंद हो गए। अब सभी मंदिरों के कपाट रविवार 29 अक्टूबर को ब्रह्ममुहूर्त में शुद्धिकरण के बाद खुलेंगे। इसके बाद ही विधिवत पूजा-अचर्नाएं शुरू होंगी।
बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) अध्यक्ष अजय ने यह जानकारी दी। बताया कि बताया कि यद्यपि ग्रहण काल का समय 28 अक्टूबर रात्रि 1 बजकर 4 मिनट है अतः नौ घंटे पहले सूतककाल प्रारंभ होने के चलते दोनों मंदिर और मंदिर समिति के सभी अधीनस्थ मंदिर 28 अक्टूबर सायंकाल 4 बजे बंद हो गए।
उन्होंने बताया कि कल 29 अक्टूबर रविवार को शुद्धिकरण के बाद मंदिर पूर्ववत ब्रह्ममुहुर्त में खुलेंगे और महाभिषेक, रूद्राभिषेक सहित सभी प्रातःकालीन पूजाएं अपने नियत समय पर होंगी। आज बदरीनाथ मंदिर को शयन आरती के बाद बंद कर दिया गया। मौके पर रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, प्रभारी मंदिर अधिकारी राजेंद्र सेमवाल, मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ आदि मौजूद रहे।
उधर, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिका योगेन्द्र सिंह ने बताया केदारनाथ मंदिर भी ग्रहणकाल सूतक में नियत समय बंद हुआ। इस अवसर पर पुजारी, कार्याधिकारी आरसी तिवारी मौजूद रहे। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ समेत समिति के अन्य अधीनस्थ मंदिर ग्रहण सूतक के चलते बंद कर दिए गए हैं।