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शिखर हिमालय डेस्क
ऋषिकेश। आवाज साहित्यिक संस्था की ओर से हिंदी दिवस के उपलक्ष में आयोजित राजभाषा समारोह में प्रख्यात लोकगायक और साहित्यकार नरेंद्र सिंह नेगी को द्वारिका प्रसाद मलासी स्मृति आवाज रत्न सम्मान 2021 से नवाजा गया।
रविवार को ढालवाला स्थित चंद्रा पैलेस वैडिंग प्वाइंट में राजभाषा समारोह का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और संस्था के अध्यक्ष अशोक क्रेजी ने किया। आवाज की ओर से उनियाल ने नरेंद्र सिंह नेगी को सम्मान पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और साहित्य में नरेंद्र सिंह नेगी का योगदान उल्लेखनीय है। उनके द्वारा देश विदेश तक पहाड़ की पहचान को स्थापित किया गया।
आवाज रत्न से सम्मानित संस्कृतिकर्मी नरेंद्र सिंह नेगी ने सम्मान के लिए संस्था का आभार जताया। कहा कि हमारी बोली भाषा देश और दुनिया के कोनों तक पहुंची है। नई पीढ़ी इसे आगे बढ़ाने का काम करेगी। इस बीच उन्होंने ठंडो रे ठंडो गीत भी सुनाया।
समारोह में वरिष्ठ पीसीएस एवं साहित्यकार ललित मोहन रयाल ने हिंदी भाषा की व्यापकता पर प्रकाश डाला। कहा कि समय के साथ हिंदी वैश्विक पहचान बना रही है। जिसके चलते इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म और गूगल को भी हिंदी को प्रमुखता देनी पड़ रही है। वहीं गणेश खुगशाल गणी ने साहित्यकारों को उत्तराखंड की मातृभाषाओं को जिंदा रखने के लिए आगे आने की अपील की।
समारोह का संचालन संस्था के उपाध्यक्ष प्रबोध उनियाल और सहसचिव डॉ. सुनील थपलियाल ने किया। मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, श्रीमती अयोध्या मलासी, आशाराम व्यास, उषा नेगी, संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकृष्ण पोखरियाल, सचिव महेश चिटकारिया, कोषाध्यक्ष सत्येंद्र चौहान, नरेंद्र रयाल, मनोज मलासी, धनीराम बिंजोला आदि मौजूद थे।
आपदा गीत के पोस्टर का लोकार्पण
समारोह के दौरान गीतकार सत्येंद्र चौहान द्वारा लिखे गए आपदा विषय पर आधारित गढ़वाली गीत के पोस्टर का लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने लोकार्पण किया। गीत को बबीता रावत ने स्वर और संजय भारद्वाज ने संगीत दिया है।