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चमोली। रविवार की रात से भारी बारिश के चलते अलकनंदा, पिंडर और नंदाकिनी नदियां उफान पर हैं। जबकि बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। जिले में आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है।
उच्च और मध्य हिमालयी क्षेत्र में बीते दिन से लगातार हिमपात और भारी बारिश के मद्देनजर जिला प्रशासन चौकन्ना है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना जिला आपदा कन्ट्रोल रूम के जरिए से सभी संवेदनशील क्षेत्रों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। तहसील स्तरों पर आईआरएस के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।
खराब मौसम के चलते चारधाम यात्रा मार्ग पर भी विशेष सर्तकता एवं निगरानी रखी जा रही है। साथ ही तीर्थस्थलों में भी यात्रियों की सुविधा के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
वही, खबर है कि पहाड़ों पर भारी बारिश के कारण प्रमुख नदियां अलकनंदा, नंदाकिनी और पिंडर उफान पर हैं। हालांकि उनका जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। ऐसे में निचले इलाकों को सतर्क रहने को कहा गया है।
उधर, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़, पागलनाला, गुलाबकोटी, हाथी पर्वत आदि जगहों पर भूस्खलन, मलबा, बोल्डर और बरसाती पानी आने के कारण बाधित हो गया है।
सीमांत क्षेत्र नीती-मलारी मोटर मार्ग भी तमक नाले में पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण अवरूद्व हो गया है। सिमली-ग्वालदम मोटर मार्ग भी सिमली और लोल्टी में पेड़ गिरने से बंद हुआ था, जिस पर यातायात सुचारू कर दिया गया है।
बताया गया कि जिले में अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए दिनभर काम जारी रहा।