Aiims Drone Health Services Trial : ऋषिकेश। उत्तराखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में ड्रोन आधारित स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने और आपात स्थिति में दवा और उपकरण पहुंचाने के लिए एम्स (Aiims Rishikesh) ने ड्रोन का सफल ट्रायल किया। आज एम्स से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंबा के लिए दवाएं भेजी गई।
बृहस्पतिवार को एम्स परिसर में वेंडर सेलेक्शन के तहत निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने ड्रोन को ट्रायल के तौर पर रवाना किया। जोकि अपने गंत्वय तक सफलता के साथ पहुंची। बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के मद्देनजर महिला सशक्तिकरण के तहत ड्रोन दीदी के नाम से नई फोर्स तैयार की जा रही है, जिसकी सहायता से यह सेवा रेग्युलर शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से सीएचसी स्तर के अस्पतालों को डायग्नोस्टिक किट, दवाइयां, ब्लड सैंपल आदि भेजे जाएंगे। ड्रोन सेवा से टेलीमेडिसिन कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों को ही जोड़ा जाएगा। उनके अनुसार संस्थान चारधाम यात्रा और आपात स्थिति में भी इस तरह की सर्विसेस देने को तैयार है।
संस्थान की ड्रोन सर्विसेस के नोडल ऑफिसर डॉ. जितेंद्र गैरोला ने बताया कि ट्रायल शुक्रवार को भी जारी रहेगा। बताया कि 25 जनवरी को देश के मेडिकल संस्थानों में एक साथ ड्रोन से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में दवा भेजे जाने के ट्रायल किए जाएंगे।
बताया गया कि प्रोजेक्ट के नियमित संचालन के लिए दो महिलाओं का चयन किया गया है, जिन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और एनएचएसआरसी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मौके पर संकायाध्यक्ष (अकादमिक) प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र कुमार, पीपीएस विनीत कुमार, एसएनओ अखिलेश उनियाल, विक्रम सिंह आदि मौजूद थे।