ऋषिकेश। अगर आप एम्स (Aiims Rishiksh) में उपचार के लिए जा रहे हैं, तो पहले यह काम पूरा कर लें। अन्यथा आपको एम्स में इंट्री नहीं मिलेगी। एम्स प्रशसान ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका पर सुरक्षा के मद्देनजर एम्स परिसर में जहां बिना मास्क प्रवेश पर रोक लगा दी है, वहीं अस्पताल में वैक्सीन की डबल डोज लगा चुके मरीज और तिमारदारों को ही दाखिल होने की इजाजत होगी।
दरअसल, कोरोना महामारी की तीसरी लहर चलते लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या के मद्देनजर एम्स प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाए हैं। कोविड कमांडर (अस्पताल प्रशासन) ब्रिगेडियर प्रो.यूबी मिश्रा द्वारा इस बाबत निर्देश जारी किए हैं। बताया कि अस्पताल में ओपीडी का समय अब पूर्वाह्न 11 बजे तक निर्धारित किया गया है। इसके बाद ओपीडी पंजीकरण नहीं होगा।
वहीं, अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। उपचार के लिए आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भी अपने साथ कोविड वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण लाना होगा। बताया कि परिसर में इसकी निगरानी का कम्यूनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभाग को सौंपी गई है।
एम्स प्रशासन ने बताया कि उधर, इमरजेंसी में मरीजों, 18 साल से कम उम्र के बच्चों, किशोर और युवाओं के साथ उनके तीमारदारों के लिए वैक्सीन की अनिवार्यता में रियायत दी गई है। वहीं, संस्थान के गेट नंबर 3 पर रजिस्ट्रेशन काउंटर की व्यवस्था फिर से बहाल कर दी गई है। जिसमें एक काउंटर कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए बनाया गया है। साथ ही सामान्य मरीजों के पंजीकरण के लिए अलग से काउंटर है।
बताया गया कि पेशेंट और उनके तीमारदार गेट नंबर 3 से अस्पताल में इंटर हो सकेंगे। इस दौरान सीएफएम विभाग की चिकित्सक टीम संदिग्ध व सामान्य मरीजों की पहचान करेगी और उसी क्रम में मरीजों का अलग-अलग काउंटरों के माध्यम से पंजीकरण कराया जाएगा।