
देहरादून। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को विधिवत लॉन्च किया। इस दौरान राज्य की 670 एम्पैक्स के कंप्यूटरीकरण का उद्घाटन भी किया। कहा कि घस्यारी योजना से मातृशक्ति को लाभ मिलेगा। साथ ही एमपैक्स के कंप्यूटरीकृत होने से राज्य के लोगों का सहकारिता के काम में सहूलियत होगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज बन्नू कॉलेज के मैदान में आयोजित जनसभा से पूर्व घस्यारी योजना का शुभारंभ और एमपैक्स के कंप्यूटरीकरण का उद्धाटन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के दृष्टिगत महत्वपूण्र है। इससे खास तौर हमारी माताओं व बहनों को काफी राहत मिलेगी। उनका बोझ कम होगा। वे अपना समय दूसरे कार्यों में लगा सकेंगे। साइंटिफिक पोष्टिक पशु चारा मिलने से गायों की दुग्ध क्षमता बढेगी जिसका फायदा इस काम में लगे लोगों को मिलेगा। इसके लिए मक्का उत्पादन को बढ़ावा देने से किसानों को भी लाभ मिलेगा।
शाह ने कहा कि प्रदेश की 670 एमपैक्स के कम्प्यूटरीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। डिजिटलाईजेशन से सहकारिता से जुड़े लोगों को सहूलियत होगी। उत्तराखंड ऐसा करने वाला तेलंगाना के बाद दूसरा राज्य है। कहा कि सहकारिता मंत्रालय देशभर में इसी कार्य को करने से पहले उत्तराखंड मॉडल का अध्ययन किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सहकारिता आंदोलन को आगे बढ़ाया है। अमृत महोत्सव में सहकारिता का अलग से पहली बार मंत्रालय बना और पहला सहकारिता मंत्री बनने का सौभाग्य मुझे मिला। यह कदम किसानों, मजदूरों, मछुआरों और सहकारिता से जुड़े लोगों के जीवन में बडा परिवर्तन लाएगा।
मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, रेखा आर्य, स्वामी यतिश्वरानंद, डा. धन सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल, बंशीधर भगत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सांसद अनिल बलूनी, अजय टम्टा, नरेश बंसल, माला राज्यलक्ष्मी शाह, दुष्यंत गौतम, रेखा वर्मा, लोकेट चटर्जी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, विजय बहुगुणा, मेयर सुनील उनियाल गामा आदि मौजूद रहे।