शिखर हिमालय डेस्क
रायवाला। रायवाला क्षेत्र में दहशत का पर्याय बनी गुलदार आखिर राजाजी पार्क के पिंजरे में कैद हो गई। जिसके बाद खांडगांव और आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।
शनिवार तड़के करीब 5 बजे खांडगांव एक नंबर में मादा गुलदार वन विभाग के पिंजरें में कैद हो गई। विभाग द्वारा 28 सितंबर को गुलदार को पकड़ने के लिए एक खेत में पिंजरा लगाया गया था। मोतीचूर रेंज अधिकारी महेन्द्र गिरी ने बताया कि अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ गुलदार को काला कुंड बीट में छोड दिया गया है। बताया कि मादा गुलदार की उम्र लगभग 3 वर्ष है और वह पूरी तरह स्वस्थ है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि मादा गुलदार लंबे समय से खांडगांव एक नंबर के आसपास सक्रिय थी। जो कि कभी भी ग्रामीणों के खेतों, घर-आंगन, गौशालाओं के आसपास धमक जाता था। बताया कि गुलदार अब तक कई पालतू पशुओ और कुत्तों को अपना शिकार बना चुका था। ग्रामीण भी लगातार दहशत में जी रहे थे।
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने संज्ञान लेकर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के आदेश दिए। टीम में रेंजर के अलावा डॉ अदिति अरोड़ा, वन दरोगा, एसपी जखमोला, जेपी अंथवाल, रविन्द्र बहुगुणा, मनोज चौहान, नरेन्द्र गुसाईं, विक्रम सिंह पुंडीर शामिल थे।