दिल्ली से लौटते ही निरीक्षण को पहुंचे सीएम धामी
• जौलीग्रांट से एफआरआई तक देखी इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां

• स्थानीय लोगां से लिया फीडबैक, श्रमिकों का बढ़ाया हौसला, अधिकारियों को दिए निर्देश
Uttarakhand Global Investors Summit 2023 : देहरादून। नई दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट से एफआरआई तक सड़क निर्माण और सौन्दर्यीकरण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। 08 और 09 दिसम्बर को प्रस्तावित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल का भी निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने एफआरआई में निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। कहा कि राज्य स्तरीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। निर्देश दिए कि इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए संबधित विभाग अपने स्तर से समय पर सभी तैयारियां पूर्ण कर लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिट राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अभी तक आयोजित विभिन्न रोड शो में लगभग ढ़ाई लाख करोड़ के करार हो चुके हैं। करारों की ग्राउंडिंग की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। जिन निवेश प्रस्तावों में रोजगार की संभावनाएं अधिक हैं, राज्य सरकार द्वारा उन्हें शीर्ष प्राथमिकता दी जा रही है। युवाओं को राज्य में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हों, इस दिशा में सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों और दुकानदारों से कार्यों का फीडबैक भी लिया। तेज गति से निर्माण और सौन्दर्यीकरण पर लोगों ने सीएम का आभार भी जताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से भेंटकर उनका हौसला भी बढ़ाया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा मार्गदर्शन मिल रहा है। उनके वाइब्रेंट गुजरात से प्रेरणा लेकर राज्य में डेस्टिनेशन उत्तराखंड को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस इन्वेस्टर्स से राज्य में निवेश बढ़ेगा, राज्य की आर्थिकी बढ़ेगी और राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इस अवसर पर सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, सचिव एवं आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, एस.एस.पी. देहरादून अजय सिंह, जिला प्रशासन के अधिकारी और कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।