सरेराह फायरिंग कर फरार 04 आरोपी गिरफ्तार
गढ़वाल विवि श्रीनगर में पढ़ते हैं चारों, पिस्टल, कारतूस अन्य सामान बरामद

ऋषिकेश। सरेराह गुंडई दिखाते हुए फायरिंग कर फरार चार आरोपियों को पुलिस ने वारदात के 24 घंटे से पहले अरेस्ट कर लिया। चारों आरोपी गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में पढ़ते हैं। पुलिस ने उनके पास से झगड़े में प्रयुक्त पिस्टल, कारतूस, हॉकी स्टिक और अन्य बरामद कर उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार बीते चंद्रेश्वरनगर निवासी दीपक जायसवाल ने लिखित तहरीर में बताया कि शुक्रवार रात घर लौटते समय चंद्रभागा पुल के पास जब एक कार सवार एक युवक का थूक उसपर गिरा तो टोकने पर उसके साथ गाली गलौच की गई। कार सवार अन्य भी हॉकी, लोहे की रॉड और पिस्टल लेकर बाहर निकले और पिस्टल से जानलेवा हमला कर मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले में तफ्शीश शुरू कर दी। वहीं एसएसपी देहरादून अजय सिंह के निर्देश पर टीम गठित कर घटना की जानकारी हासिल कर श्रीनगर गढ़वाल मार्ग पर तीन धारा के पास से कार सवार चार आरोपियों को अरेस्ट किया। जिनकी पहचान समरजीत तेवतिया (21) निवासी शिवाजीनगर पिलखुवा ढोलना, जिला हापुड़, उत्तर प्रदेश, हिमांशु (24) ग्राम तुमडैल गिरधरपुर, हापुड़, उत्तर प्रदेश, दिलीप भुरान (23) निवासी ग्राम मुंडावर, थाना नारायणपुर जिला अलवर, राजस्थान और रियांश ढाका (23) निवासी कांता कथूरिया कॉलोनी थाना जयनारायण व्यास कॉलोनी जिला बीकानेर, राजस्थान के तौर पर हुई है।
पूछताछ में फायरिंग करने वाले समरजीत ने बताया कि उसके पास देसी पिस्टल व कारतूस थे। फायरिंग के बाद मैने पिस्टल और कारतूस चंद्रभागा पुल से 200 मीटर आगे एक कूड़ेदान के पास फेंक दिए थे। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर देसी पिस्टल व 03 जिंदा कारतूस बरामद किए। बताया कि समरजीत के विरुद्ध आर्म्स एक्ट में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
बताया गया कि उनके पास से 01 देशी पिस्टल, 03 जिंदा कारतूस, 02 हॉकी स्टिक, 01 विकेट, वाक्सवैगन पोलो कार रजिस्ट्रेशन नंबर AS 01 DB 1317 बरामद किए गए हैं। पुलिस टीम में कोतवाल केआर पांडेय, एसआई मयंक त्यागी, हेड कांस्टेबल मनोज थपलियाल, कांस्टेबल सौरभ सिंह, विकास कुमार, एसओजी देहात प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी, एसआई दीपक धारीवाल, हेड कांस्टेबल कमल जोशी, कांस्टेबल वीरेंद्र गिरी और नवनीत कुमार शामिल थे।