देहरादून। महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें लेकर चल रही राजनीतिक अटकलों पर विराम लगा दिया। कहा कि वह दो महीने पहले ही सक्रिय राजनीति से दूर हो चुके हैं। हालांकि कोश्यारी ने उत्तराखंड के विकास में योगदान देने की बात को जरूर स्वीकार किया है।
यह बात उन्होंने उत्तरांचल प्रेस क्लब द्वारा आयोजित ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम के दौरान कही। पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी प्रेस मीट में पत्रकारों के हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि उत्तराखंड हिमालय सा स्वच्छ और गंगा के जैसा पावन राज्य के साथ आत्मनिर्भर भी बने। कहा कि वह उत्तराखंड में निवेश को लेकर महाराष्ट्र के उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। यह भी बोले कि केंद्र और राज्य की कई योजनाओं में पैसा उपलब्ध है, लिहाजा ऐसी मशीनरी विकसित करने की जरूरत जिससे राज्य की आर्थिकी में क्रांतिकारी परिवर्तन हो।
उनकी वापसी के बाद प्रदेश में राजनीतिक अटकलों से जुड़े सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि वह सक्रिय राजनीति से दो महीने पहले ही बहुत दूर हो चुके हैं। उन्हें किसी भी तरह के पद की लालसा नहीं है। कहा कि मेरा काम सृजन और समन्वय का है। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब अध्यक्ष अजय राणा और संचालन महामंत्री विकास गुसाईं ने किया। मौके पर दरबान सिंह, मीना नेगी, दया शंकर पांडे, मंगेश कुमार, मो. फहीम तन्हा, राम अनुज, प्रवीन बहुगुणा, लक्ष्मी बिष्ट, विनोद पुंडीर, डॉ. देवेन्द्र भसीन, दर्शन सिंह रावत, विकास धूलिया, भूपेंद्र कंडारी, जितेंद्र अंथवाल, संजीव कंडवाल, गिरिधर शर्मा, जगमोहन सेठी, सुभाष गुप्ता, सतीश शर्मा, आशीष उनियाल, देवेंद्र नेगी, रामगोपाल शर्मा, केएस बिष्ट, नारायण परगाईं, प्रदीप फरस्वाण, सुशील रावत, प्रभा वर्मा आदि मौजूद थे।