
ऋषिकेश। बनखंडी स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में रामकथा के शुभारंभ से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। शहर में कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया। शाम को कथावाचक लक्ष्मीनारायण नंद महाराज ने धर्मप्रेमियों को श्रीरामकथा श्रवण के लाभ बताए। कहा कि सिद्ध क्षेत्र में रामकथा श्रवण और गंगा का दर्शन दोहरे पुण्य को अर्जित करने के समान है।
रविवार सुबह सोमेश्वर महादेव मंदिर से आरंभ कलश यात्रा परशुराम चौक, अंबेडकर चौक, घाट चौक होते हुए त्रिवेणीघाट गंगांतट पर पहुंची। मां गंगा की आराधना और श्रीरामकथा पुस्तिका की पूजा के बाद यात्रा ने वापस कथास्थल के लिए प्रस्थान किया। जो कि हरिद्वार मार्ग, तिलक रोड होते हुए सोमेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। इसबीच कलश यात्रा का कई जगह पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया।
शाम को मध्यप्रदेश से आए कथावाचक लक्ष्मी नारायण नंद महाराज ने कहा कि रामकथा का श्रवण अनंत गुना फलदायक है। सिद्ध क्षेत्र ऋषिकेश में कथा श्रवण के दो लाभ हैं, एक रामकथा रूपी गंगा का श्रवण और दूसरा मां गंगा का दर्शन। भगवान देवाधिदेव और श्रीराम की कृपा से हमें मनुष्य तन मिला है, हमें इसे कल्याण के मार्ग पर ले जाना चाहिए।
सोमेश्वर मंदिर के महंत रामेश्वर गिरी महाराज ने बताया कि कल से श्रीरामकथा दोपहर 3 बजे से आरंभ होगी। इस अवसर पर नगर निगम की मेयर अनिता ममगाईं, राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, महंत विनय सारस्वत, रोहित, हरिराम अरोड़ा, रमेश अरोड़ा, रामकुमार, अनिता रैना, सीमा रानी, उमा राणा, सुरेंद्र सिंह कैंतुरा, प्यारेलाल जुगरान, बृजपाल राणा, मदन शर्मा, अतुल पुंज, वीना देवी, रेखा चौबे, पुष्पा पुडीर, गुड्डी कलूडा आदि मौजूद रहे।