Uttarakhand: रोड सेफ्टी के लिए बनाएं प्रभावी कार्ययोजनाः CM

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने चिह्नित मार्गों पर क्रैश बैरियर लगाने की धीमी रफ्तार पर नाराजगी भी जाहिर की।
मंगलवार को सीएम धामी ने सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए प्रभावी प्रयास करने के साथ ही चिह्नित जगहों पर क्रैश बैरियर के शेष काम को चारधाम यात्रा से पहले पूरा करने को कहा है। सीएम ने अधिकारियों को ब्लैक स्पॉट पर नियमित रोड सेफ्टी ऑडिट करने, पर्यटक स्थलों में पार्किंग के आसपास ही चालकों के लिए डोरमिट्री की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
सीएम धामी ने बिना लाइसेंस और नशे में वाहन चलाने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि जन सुरक्षा से संबधित कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही माफ नहीं होगी। निर्देश दिए कि जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं, और वे अभी तक चिह्नित नहीं हुए, जिलाधिकारी जल्द उन्हें चिह्नित कराएं। कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए लघु फिल्में बनाने ओर उनका प्रचार-प्रसार किया जाए। स्कूली पाठ्यक्रम में जागरूकता सामग्री शामिल की जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सड़कों के किनारे अतिक्रमण रोकने के निर्देश भी दिए। कहा कि इसके लिए पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए और जिला प्रशासन लगतार कार्यवाही करें। पुलिस और परिवहन विभाग यातायात प्रबंधन के लिए लगाए कैमरों का इंटीग्रेशन करे।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में 165 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। जिनमें से 129 का सुधार किया गया है, और 29 के सुधारीकरण की कार्यवाही गतिमान है। 43 ब्लैक स्पॉट ऐसे हैं जिनमें सुधार किए जाने के बाद कोई दुर्घटना नहीं हुई।
बताया गया कि परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा पर आधारित 52 हजार पुस्तकें शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराई गई हैं। जनपदों में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्कों की स्थापना की जा रही है। पुलिस द्वारा ट्रैफिक आई-ऐप से जागरूकता, ट्रैफिक कार्टून बुक्स व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, रविनाथ रमन, एचसी सेमवाल, सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय आदि मौजूद थे।