
देहरादून। उत्तराखंड के सर्द मौसम में इनदिनों राजनीति का तापमान काफी गर्म है। जुबानी जंग का मकसद एक-दूसरे को पटकनी देना है, लेकिन बयानों के तीर कई बार उलटे ही घाव कर दे रहे हैं। ऐसे की एक मामले में अब पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी अपनी इंट्री कर ली है।
सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट में कांग्रेस नेता रावत का कहना है कि मुहं की फिसलन कई बार बहुत भारी पड़ जाती है। ऐसे ही एक मामले के हमारे नेता डॉ. हरक िंसह रावत भी शिकार हो गए हें।
इस गलती के राजनीतिक नुकसान के अंदेश के बाद अब पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरक सिंह की तरफ से प्रायश्चित करने की बात कही है। लिखा, ”गलती को स्वीकारना ही सच्ची सेवा है, और गुरु की शरण में झुकना ही सच्चा साहस।” कहा कि सिख एक महान, वीर और श्रद्धेय कौम है, जो हमारे राष्ट्रीय सम्मान, साहस और त्याग के प्रतीक हैं।
यह भी कि मनसा-वाचा-कर्मणा से कहीं भी हमसे कोई गलती हो जाए, तो हमारे लिए एक ही मार्ग है, गुरु साहब की शरण में जाना। हमारी पार्टी के नेता से गलती हुई है और इसलिए मैंने तय किया है कि कल सोमवार को शाम 6 बजे की गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा आढ़त बाजार देहरादून में संगत के समय जूता सेवा करूंगा।



