
रायवाला (चित्रवीर क्षेत्री)। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के सहयोग से हरिपुरकलां गांव में पिरुल और बांस से निर्मित वस्तुओं के प्रशिक्षण की सात दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई।
मंगलवार को ग्राम पंचायत हरिपुरकलां स्थित पंचायत भवन में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की उपनिदेशक कहकशां नसीम ने कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यशाला के आयोजन में ग्राम पंचायत के साथ इको विकास समिति भी सहयोगी भूमिका में निभा रही है। पार्क उपनिदेशक कहकशां नसीम ने कहा कि आजीविका संवर्धन कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
कार्यशाला के पहले दिन उत्तरकाशी से आए प्रशिक्षक विनोद कुमार ने महिलाओं को पिरुल और बांस से विभिन्न वस्तुओं को बनाने की जानकारी दी। इस दौरान मोतीचूर रेंज की रेंजर आलोकी ने कहा कि हस्तशिल्प के प्रशिक्षण से महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही हर साल पिरुल के कारण लगने वाली वनाग्नि से जंगलों का बचाव भी होगा।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान गीतांजली जखमोला, ईडीसी अध्यक्ष धर्मेन्द्र ग्वाड़ी, पूर्व बीडीसी मनोज जखमोला, उपप्रधान मनोज शर्मा, उपराजि अधिकारी देवी प्रसाद सुयाल, वन दरोगा मनोज चौहान, पूजा गवाड़ी, सुरेंद्र रयाल, मधुर शर्मा, दीपमाला, सुधा भट्ट, सीमा शर्मा, रेखा रयाल, सीमा कोठारी, आशा नेगी, कविता ध्यानी आदि मौजूद थे।