Uttarakhand: सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव पंचूर में रहेंगे दो दिन
• यमकेश्वर के बिथ्याणी में 100 फीट ऊंचे तिरंगे का किया लोकार्पण
• दो दिनी किसान मेले का किया शुभारंभ, लाभार्थियों को बांटे चेक
यमकेश्वर (Puari Garhwal)। दो दिनों के लिए अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिथ्याणी में अपने पिता की स्मृति में पार्क में 100 फीट ऊंचे तिरंगे ध्वज का लोकार्पण किया। इस अवसर पर दो दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक वितरित किए।
बुधवार को यमकेश्वर विकासखंड स्थित पंचूर के भ्रमण पर आए योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन बिथ्याणी में महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में ब्रम्हलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने अपने पिता स्व. आनंद सिंह बिष्ट स्मृति पार्क में 100 फीट ऊचें राष्ट्रीय ध्वज और किसान मिले का उद्घाटन किया। इससे पूर्व सीएम योगी ने सिद्धपीठ महादेव मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना भी की।
कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने महाविद्यालय की गौरक्ष पत्रिका का विमोचन करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक प्रदान किए। मौके पर गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर द्वारा लगाए स्टालों का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ और पिता ने इस महाविद्यालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत में खाद्यान्न संकट की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति की शुरुआत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में अहम योगदान दिया था।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है, जिसमें 80 करोड़ लोगों को सरकार पिछले पांच वर्षों से मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने उत्तराखंड में डेयरी और पशुपालन की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि बकरी का दूध अत्यधिक गुणकारी होता है और कई रोगों के उपचार में सहायक है।
सीएम योगी ने कहा कि स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग और कृषि व पशुपालन को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता ’प्राप्त की जा सकती है, ताकि पलायन को रोका जा सकेगा। बताया कि मेले के माध्यम से स्थानीय लोगों को बकरी व कुक्कुट वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने उत्तराखंड को भारत का “मुकुट मणि“ बताते हुए कहा कि यह राज्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रदेश को नशामुक्त बनाने और इसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की।
मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ धन सिंह रावत, स्थानीय विधायक रेणू बिष्ट, कुलपति गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पतनगर मनमोहन सिंह चौहान, निदेशक राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान केंद्र करनाल धीर सिंह, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा एके उनियाल, सचिव बिपिन रावत वार मेमोरियल संस्था मनजीत नेगी, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, विथ्याणी महाविद्यालय के प्राचार्य योगेश कुमार शर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट पौड़ी दीपक रामचंद्र सेठ, उपजिलाधिकारी यमकेश्वर अनिल चन्याल, लैंसडाउन शालिनी मौर्य, श्रीनगर नूपुर वर्मा आदि मौजूद रहे।