Uttarakhand: आचार संहिता से पहले विकास योजनाओं की लगी झड़ी
मुख्यमंत्री ने किया 17 विभागों की 8275.51 करोड़ की 122 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण
देहरादून 10 मार्च 2024। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में 17 विभागों की 8275.51 करोड़ की 122 विभिन्न योजनाओं का डिजिटल माध्यम से लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसमें 11 विभागों की 1048.15 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और 15 विभागों की 7227.36 करोड़ कीयोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग की 2027 करोड़ की प्रीपेड मीटर योजना का भी शिलान्यास किया। वहीं मुख्यमंत्री ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों को टूल किट भी बांटे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को सचिव ऊर्जा एवं एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी ने 05 करोड़ लाभांश का चेक भी प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उद्यमियों को सौर ऊर्जा परियोजनाओं और मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों के आवंटन पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ बनाना है। सरकार प्रदेश का चहूंमुखी विकास सुनिश्चित करने के लिए “विकल्प रहित संकल्प“ के मूलमंत्र के साथ काम कर रही है। पिछले दो महीने में ही 18,000 करोड़ रूपए से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सड़क, स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई, आवास और ग्राम्य विकास से जुड़े करोड़ों के विकास कार्यों से प्रदेश का वर्तमान बेहतर होगा। जबकि बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान, पॉलिटेक्निक कॉलेज, स्पोर्ट्स स्डेडियम, ऊर्जा, डेयरी और पर्यटन से जुड़े करोड़ों के विकास कार्य भविष्य में उत्तराखंड को सक्षम, मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने में मददगार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रदेश की जी.एस.डी.पी. को 05 वर्षों में दुगना करने का है। प्रत्येक जिलों में 2025 तक बेस्ट प्रेक्टिस व नवाचार के रूप में क्या पहल हो सकती है, इसकी भी कार्ययोजना बन रही है। राज्य में जी.एस.टी. संग्रहण 23 प्रतिशत पहुंच गया है। जबकि प्रतिवर्ष लिए जाने वाले ऋण की धनराशि में कमी आयी है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव नियोजन आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, विधायक विनोद चमोली, सरिता आर्या, दुर्गेश्वर लाल, शक्तिलाल शाह, मोहन सिंह बिष्ट, संजय डोभाल, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशू, शैलेश बगाली, सचिव कुर्वे, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान आदि मौजूद थे।