चंद्रग्रहण के बाद फिर से खुले चारों धामों के द्वार
बदरी-केदार समेत चारों धामों में पूजा अर्चना शुरू, श्रद्धालुओं का लगा तांता

Uttarakhand Chardham : चंद्रग्रहण के बाद बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री समेत उत्तराखंड के सभी मंदिरों के कपाट ब्रह्ममुहूर्त में दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए। पूजा अर्चनाएं शुरू होते ही बदरी-केदार और गंगोत्री यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
चंद्रग्रहण का सूतक काल समाप्त होने के बाद उत्तराखंड के चारों धामों और अन्य देव मंदिरों में ब्रह्ममुहूर्त में शुद्धिकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। रावल और पूजारियों ने विधि विधान से शुद्धिकरण के बाद दर्शनार्थियों के लिए मंदिरों के कपाट खोले। साथ ही मंदिरों में पूर्व की भांति पूजा अर्चना भी शुरू हो गई।
बता दें कि 28 अक्टूबर को मध्यरात्रि के बाद चंद्रमा पर ग्रहण व्याप्त हुआ। इससे 9 घंटे पहले से शाम 04 बजे से सूतक काल शुरू हो गया था। जिसके चलते मंदिरों में सायंकालीन पूजा अर्चनाओं के साथ कपाट बंद कर दिए गए थे। रविवार के दिन ब्रह्ममुहूर्त में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधीन बदरी-केदार समेत सभी मंदिरों समेत गंगोत्री, यमुनोत्री अन्य देवस्थानों के मंदिरों में दर्शन और पूजा प्रक्रियाएं विधिवत शुरू हो गई।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि चंद्रग्रहण के बाद मंदिरों के कपाट खुलने से पहले ही बदरीनाथ और केदारनाथ में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। बदरीनाथ में करीब 5000 और केदारनाथ में लगभग 7000 श्रद्धालु दर्शनों को पहुंचे हुए थे।
उधर, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत राज्यभर में तमाम देवस्थानों में भी शुद्धिकरण की प्रक्रिया संपादित किए जाने के बाद मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए। अधिकांश मंदिरों में भोर से ही भक्तों की भीड़ उमड़ने की खबर है।