भाजपा सरकार में काबीना मंत्री हरक सिंह रावत को उनके भाजपा छोड़ने की खबरों पर सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा, तो आज मीडिया साइटस् पर एक और नेता के बारे ऐसी ही चर्चा जोरों पर है। बताया जा रहा है कि 4 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दिन कांग्रेस के एक बड़े नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। यह भी कि कांग्रेस को बड़ा झटका देने के लिए भाजपा के कुछ नेता लगातार सक्रिय हैं।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही नाक का सवाल बन चुका है। कांग्रेस बारी-बारी सत्ता हस्तांतरण के मिथक के सहारे दिख रही है, तो भाजपा वापसी का दावा कर इस मिथक को तोड़ना चाहती है। इसीलिए दोनों दलों के बीच सेंधमारी का खेल जारी है। दो निर्दलीय और एक कांग्रेस विधायक को अपने पाले में लाकर भाजपा उत्साहित थी, कि तभी परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे की घर वापसी कराकर कांग्रेस ने उसे बड़ा झटका दिया। तभी से भाजपा कांग्रेस को इससे भी बड़ा सदमा देने की फिराक में है।
पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बीच काफी समय से वार पलटवार चल रहा है। उपाध्याय आज भी 2017 की हार की वजह हरीश रावत को मानते हैं, तो हरीश रावत भी अपनी तरफ से इस प्रकरण पर सफाई दे चुके हैं। बावजूद इसके दोनों के बीच का माहौल अभी गर्म ही बताया जा रहा है। संभवतः भाजपा इसी बात का लाभ लेकर कांग्रेस को चुनाव से पहले पटकनी देना चाहती है।
मीडिया रिपार्टस् में बताया जा रहा है कि उपाध्याय की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हो चुकी है। यह भी कि मामला 2022 में सीट को लेकर फंसा हुआ है। उपाध्याय अपनी पसंदीदा सीट चाहते हैं, तो भाजपा के सामने मौजूदा विधायक का टिकट काटने की चुनौती है। बताते हैं कि यह सब सुलट गया तो उपाध्याय भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
हालांकि मीडिया रिपोर्टस् में यह बात भी सामने आई है कि फिलहाल दोनों की पक्षों ने इस पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं और न ही इस अटकल का खंडन ही किया है। जिससे कयासों के सच होने का अंदेशा बना हुआ है।