बसंत पंचमी को तय होगी बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि
Char Dham Yatra 2025 : देहरादून। विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि बसंत पंचमी के दिन नरेंद्रनगर राजदरबार में पंचाग गणना के साथ तय की जाएगी। इस वर्ष उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा का श्रीगणेश 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व के दिन हो जाएगा।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने यह जानकारी दी। बताया कि बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि निर्धारण के लए रविवार 2 फरवरी को साढे 10 बजे से नरेंद्रनगर राजदरबार में धार्मिक समारोह शुरू होगा। पूजा अर्चना और पंचाग गणना के बाद बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी। इसी दिन तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा की तिथि भी तय होगी।
उन्होंने बताया कि बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि निर्धारण के लिए नरेंद्रनगर राजमहल और बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले 30 जनवरी को मंदिर समिति नृसिंह मंदिर जोशीमठ में डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत को तेल कलश गाडू घड़ा सौपेंगी। योगबदरी पांडुकेश्वर व जोशीमठ में पूजा-अर्चना के बाद पंचायत प्रतिनिधि घड़े को 2 फरवरी को राजमहल के सुपुर्द करेंगे। इसके बाद कलश में निर्धारित तिथि पर राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर कपाट खुलने के दिन बदरीनाथ पहुंचेगा।
गौड़ ने बताया कि इस समारोह में महाराजा मनुजयेंद्र शाह, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राजकुमारी शिरजा शाह, राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल आदि मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शिवरात्रि बुधवार 26 फरवरी को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पंचाग गणना पश्चात रावल व धर्माधिकारी तय करेंगे। बताया कि इस वर्ष चारधाम यात्रा वर्ष की शुरुआत बुधवार 30 अप्रैल अक्षय तृतीया से हो जाएगी। परंपरागत रूप से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खुल जाएंगे।
उन्होंने बताया कि गंगोत्री मंदिर समिति द्वारा हिंदू नववर्ष के दिन गंगोत्री धाम के कपाट खुलने और यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा यमुना जयंती पर यमुनोत्री धाम के औपचारिक रूप से कपाट खुलने के समय व देवडोलियों के धाम पहुंचने के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।