
ऋषिकेश। मायाकुंड स्थित शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम समाधि संस्थान जनार्दन आश्रम दंडीवाड़ा में ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम का आठवां निर्वाणोत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी माधवाश्रम महाराज की समाधि पूजन से हुआ। इसके पश्चात आयोजित श्रद्धांजलि सभा में देशभर से पधारे संतों ने महाराज के जीवन और उनके कार्यों को याद किया। कहा कि ब्रह्मलीन महाराज का जीवन सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में समर्पित रहा।
उन्होंने आद्य गुरु शंकराचार्य द्वारा पुनर्स्थापित सनातन धर्म को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए वेद विद्यालयों, गौशालाओं की स्थापना की और भारत की वैदिक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया। आश्रम के प्रबंधक केशव स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि स्वामी माधवाश्रम महाराज के आदर्श आज भी जनमानस को प्रेरणा दे रहे हैं।
इस अवसर पर दंडी स्वामी विज्ञानानंद महाराज, स्वामी शिवेन्द्र आश्रम, स्वामी दयाराम दास, रसिक महाराज, अभय चैतन्य मुनि, स्वामी अखंडानंद, पूर्व मेयर अनीता ममगाईं, दिनेश चन्द्र मास्टर, नरेंद्र नेगी, संजय सकलानी, आश्रम ट्रस्टी शैलेन्द्र मिश्रा, प्रबोध उनियाल, डॉ. जनार्दन प्रसाद कैरवान, आचार्य जितेंद्र भट्ट, सुभाष डोभाल, विनायक भट्ट, विपिन बहुगुणा, जगमोहन मिश्रा, शिवप्रसाद सेमवाल, डॉ. सतीश वत्सल, डॉ. सुनील पैन्यूली, विपिन डोभाल, कमलेश उनियाल, सत्य प्रसाद सेमवाल, मनोज नौटियाल, नवीन भट्ट, शिव प्रसाद उनियाल, भक्त राज भट्ट, गिरीश मिश्रा, सुमित मिश्रा, घनश्याम नौटियाल, शंकर मणि भट्ट, मुकेश थपलियाल, प्रवेंद्र भट्ट आदि मौजूद रहे।



