उत्तराखंड

Big Breaking: 34 घंटे बाद पानी की टंकी से नीचे उतरे कर्मचारी

ऋषिकेश। नौकरी से निकाले जाने की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े लोग प्रशासन, श्रम विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की गुजारिश पर करीब 34 घंटे बाद सकुशल नीचे उतर गए हैं। उनके साथ टंकी पर चढ़े एक बच्चे को पहले ही उतार लिया गया था।

बीते शुक्रवार को स्वर्गाश्रम में गीता भवन औषधि निर्माणशाला के 10 कर्मचारी नौकरी समीप ही एक पानी की टंकी पर चढ गए थै। उनके साथ एक 10 वर्षीय बालक भी टंकी पर चढा था। जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति रही। प्रशासन और पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला। उन्हें मनाने की कोशिशें हुई लेकिन वे नहीं माने। बच्चे समेत सभी 11 लोग रातभर पानी की टंकी पर रहे। जबकि उनके परिजनों ने भी पूरी रात टंकी के करीब ही गुजारी।

सूचना के बाद एसडीएम यमकेश्वर मुक्ता मिश्रा भी मौके पर पहुंची। उन्होंने हालात की गंभीरता को समझने के बाद श्रम आयुक्त को मामला सुलझाने को कहा। शनिवार को श्रम विभाग की मध्यस्ता में प्रबंधन और कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता के बाद हल निकला। बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने निकाले गए कर्मचारियों को आश्वस्त किया है। इसके बाद सभी कर्मचारी शनिवार देर शाम टंकी से नीचे उतर गए।

बता दें, कि गीता भवन औषधी निर्माणशाला के सिडकुल हरिद्वार शिफ्ट होने के बाद 35 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया था। जिसके बाद से कर्मचारी आंदोलित थे। कई बार की वार्ताएं भी विफल रही। तब शुक्रवार को 10 कर्मचारियों ने यह आत्मघाती कदम उठाया। बताया गया कि यह मामला पूर्व से श्रम विभाग में है। जिस पर 12 नवंबर को सुनवाई होनी थी।

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