टिहरी जनक्रांति के महानायक थे श्रीदेव सुमनः प्रेमचंद

ऋषिकेश। क्षेत्रीय विधायक व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने टिहरी जनक्रांति के नायक श्रीदेव सुमन की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके जीवन पर भी प्रकाश डाला गया।
बैराज रोड स्थित कैम्प कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर अग्रवाल ने कहा कि श्रीदेव सुमन एक लेखक, पत्रकार और जननायक ही नहीं बल्कि टिहरी की ऐतिहासिक क्रांति के भी महानायक थे। उन्होंने मात्र 14 वर्ष की किशोरावस्था में नमक सत्याग्रह आंदोलन में भाग लेकर साबित कर दिया था कि उनके अंदर देशप्रेम की भावना किस हद तक भरी हुई थी। इसके कारण उन्हें 14 दिन जेल रखा गया था।
उन्होंने कहा कि श्रीदेव सुमन ने बहुत छोटी उम्र में श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित राजनीतिक सम्मेलन में भाग लिया। अगस्त 1942 में जब भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ तो टिहरी आते समय श्रीदेव सुमन को 23 अगस्त 1942 को देवप्रयाग में ही गिरफ्तार कर लिया गया और 10 दिन मुनिकीरेती जेल में रखने के बाद 6 सितंबर को देहरादून जेल भेज दिया।
अग्रवाल ने कहा कि ढाई महीने देहरादून जेल में रखने के बाद श्रीदेव सुमन आगरा सेन्ट्रल जेल भेज दिया गया। जहां ये 15 महीने नजरबंद रखे गये। 84 दिन की ऐतिहासिक अनशन के बाद 25 जुलाई 1944 में 29 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा, मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, दिनेश पयाल, रीना शर्मा, मनोज ध्यानी, देवदत्त शर्मा, राजू नरसिम्हा, एकांत गोयल, दीपक बिष्ट, रूपेश गुप्ता आदि मौजूद थे।