प्रभु के दर्शन बिना मानव जीवन व्यर्थः सविता सैनी
गंगानगर में निरकारी मिशन का अंग्रेजी भाषा में संत समागम आयोजित

ऋषिकेश। सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज के आर्शीवाद से संत निरंकारी सत्संग भवन गंगानगर ऋषिकेश में जोनल स्तरीय इंग्लिश मीडियम समागम आयोजित किया गया। समागम में मसूरी जोन के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर महात्माओं ने अंग्रेजी भाषा में गीत, कविता, विचार, नाटिका के साथ ही निरंकारी मिशन के सिद्धान्तों को साझा किया।
चंडीगढ़ से आई बहन सविता सैनी ने कहा कि प्रभु के दर्शनों के बिना मानव जीवन व्यर्थ है। कहा कि अंग्रेजी एक सार्वभौमिक भाषा है। विश्वभर में अंग्रेजी को बोलने वालों की संख्या काफी अधिक है। इसी को ध्यान में रखते हुए बाबा हरदेव सिंह महाराज ने अंग्रेजी भाषा को अधिक सीखने और इसके माध्यम से मिशन के प्रचार प्रसार के लिए समागम की शुरुआत की।
इस अवसर पर लोगों को गुरूमत की शिक्षा, सेवा का ढंग, सोशल मीडिया का जीवन में सकारात्मक उपयोग आदि विषयों को नाटक के माध्यम से साझा किया गया। उन्होंने कहा कि संतों के जीवन की चर्चा, भक्ति का मर्म, मूल उद्देश्य सब उनके समय काल की भाषा में है। जिसे वैश्विक भाषा में भी दिया जाना जरूरी है।
बहन सविता सैनी ने कहा कि एक ईश्वर की पहचान करके फिर उसकी भक्ति की जानी चाहिए। ईश्वर की पहचान सत्गुरु द्वारा ही की जा सकती है, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है। सत्गुरु की शिक्षा को आज के युवाओं तक उनकी अपनी भाषा में दिया जाना एक नई पहल है। भक्ति किसी भाषा विशेष के दायरे में नहीं है।
ज़ोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने कहा कि विश्व में सभी स्थानों पर इस भाषा का उपयोग आज के समय में हो रहा है। सत्गुरु माता ने इस भाषा में भी सत्य का संदेश देने के लिए इस प्रकार के आयोजन पर ज़ोर दिया है।
समागम में रायवाला, भोगपुर, बालवाला, देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, नरेंदनगर, पौड़ी, हल्दुखाता, सहसपुर, तिमली, मिडाथ, नाई, यमकेश्वर, प्रेमनगर आदि से करीब 1400 युवाओं ने भागीदारी की।