
ऋषिकेश (शिखर हिमालय)। तीर्थक्षेत्र में मोक्षदायिनी गंगा में दूषित पानी को गिरने से रोकने के लिए क्लाइमेट प्रूफिंग प्रोजेक्ट में बड़ा फेरबदल किया जा रहा है। करीब साढ़े चार करोड़ की इस योजना में अब सीवरेज सुविधा से वंचित ग्रामीण और शहर के इलाकों को भी जोड़ा जाएगा। इस बाबत विधानसभा अध्यक्ष ने पेयजल निगम के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
बुधवार को क्षेत्रीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने पेयजल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों के साथ भैरव कॉलोनी का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को भैरव कॉलोनी और त्रिवेणी कॉलोनी के साथ पंचकुटी को भी जर्मन सरकार की केएफडब्ल्यू योजना से जोड़ने के निर्देश दिए।
बताया कि 180 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाने की इस योजना को लेकर जर्मन सरकार की केएफडब्ल्यू संस्था और केंद्र सरकार के बीच लोन एग्रीमेंट हो चुका है। इस योजना से ऋषिकेश क्षेत्र में सीवर की समस्या का निस्तारण होने की उम्मीद है।
मौके पर पेयजल निगम के परियोजना प्रबंधक आरके सिंह, परियोजना अभियंता रविंद्र सिंह, अभियंता धर्मेंद्र प्रसाद कुकरेती, जल संस्थान के सहायक अभियंता हरीश कुमार बंसल, कनिष्ठ अभियंता आशीष चमोली, ललित सतपाल, अतुल कुमार, पार्षद शकुंतला शर्मा, परीक्षा धीमान, राजमती, शांति स्वरूप, रोशन पाल, चंद्रपाल, सुधीर धीमान, ओम प्रकाश शर्मा, सुधीर रावत, संजय जायसवाल, शिवकुमार गौतम आदि मौजूद थे।