
Holi 2023 : श्यामपुर/ऋषिकेश। हाल के वर्षों में होली पर रासायनिक रंगों की जगह हर्बल रंगों (Herbal Colors) को खासी तरजीह मिली है। इसी के चलते श्यामपुर न्याय पंचायत के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने होली के लिए प्राकृतिक उत्पादों से हर्बल कलर तैयार किए हैं।
अपणु पहाड़ ग्राम संगठन श्यामपुर की अध्यक्ष सोनी रावत ने बताया कि पिछले दिनों ईशा कलूड़ा द्वारा महिलाओं को हर्बल कलर का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें रंग तैयार करने से लेकर पैकिंग शामिल थी। समूहों की महिलाओं ने घर पर ही पालक, चुकंदर, गेंदा, नीम, करी पत्ता, मेथी, टेसू के फूल, गुलाब के पंखुड़ियों, पुदीना और तुलसी से जैविक रंग तैयार किए।
प्रशिक्षक ईशा कलूडा ने कहा होली पर अब लोग हर्बल रंगों को ही पसंद करते हैं। वह अभी तक 14 समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण दे चुकी हैं। कहा कि महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर हों, यहीं उनका उद्देश्य है।
सोनी रावत ने बताया कि डोईवाला विकासखंड में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से पंजीकृत अपणु पहाड़ ग्राम संगठन में 6 स्वयं सहायता समूह जुड़े हैं। बताया कि महिलाओं द्वारा तैयार हर्बल कलर क्षेत्र में स्टॉल लगाकर बेचे जाएंगे। उन्होंने क्षेत्रवासियों से लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने की अपील भी की है।
उन्होंने बताया कि इस काम में मंजू ममगाईं, शालिनी नेगी, उत्तरा, शांता, वीमा देवी, संतोषी, अनीता नेगी, रागिनी, मधु रावत, रसना कैंतुरा, ममता नेगी, विनीता, रोशनी, बबली देवी, मोनिका आदि जुड़ी रही हैं।