एसडीआरएफ ने छात्रों को सिखाए आपदा प्रबंधन के गुर

ऋषिकेश। रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से संचालित चार दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिवस का आयोजन बुधवार को पूर्णानंद इंटर कॉलेज में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम ने 35 छात्र-छात्राओं को आपदा प्रबंधन की जानकारी और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।
एसडीआरएफ के प्रशिक्षकों ने बताया कि आपदा क्या होती है, इसके विभिन्न प्रकार (प्राकृतिक एवं मानवजनित आपदाएं) कौन-कौन सी हैं। आपदा के पूर्व, दौरान और बाद में की जाने वाली तैयारियां किस प्रकार की जानी चाहिए। टीम ने आपदा के समय किए जाने वाले प्राथमिक उपचार जैसे रक्तस्राव नियंत्रण, सीपीआर और एफबीएओ जैसी जीवनरक्षक तकनीकों का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया।
टीम ने छात्रों को आपदा के समय उपयोग में लाए जाने वाले सुरक्षा उपकरणों रोप, एसेंडर, डिसेंडर, सीट हार्नेस, हेलमेट, स्ट्रेचर, फर्स्ट एड किट, थ्रो बैग, लाइफ बोया, लाइफ जैकेट आदि की जानकारी दी और उपयोग की विधि समझाई। छात्रों को विभिन्न प्रकार की गांठों के बारे में भी विस्तार से बताया गया और उन्हें स्वयं अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया गया।
समापन पर टीम ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि आपदा के समय घबराने के बजाय सजगता, तत्परता और टीम भावना से कार्य करना ही सबसे बड़ा बचाव होता है। ऐसे प्रशिक्षण से युवाओं में आपदा के प्रति जागरूकता बढ़ती है। वे स्वयं के साथ-साथ समाज की भी सहायता करने में सक्षम बनते हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक, रेडक्रॉस प्रतिनिधियों ने भविष्य में भी ऐसे उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर बल देते हुए आभार जताया। एसडीआरएफ टीम में उपनिरीक्षक पंकज सिंह खरोला, किशोर कुमार, मातबर, सुमित, राहुल एवं सर्वजीत शामिल रहे।