Rishikesh: विश्वकर्मा दिवस पर रही पूर्वांचल के गीतों की धूम
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सुबोध उनियाल ने किया रंगारंग कार्यक्रम का आगाज

ऋषिकेश। विश्वकर्मा पूजा समिति चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 37वां विश्वकर्मा पूजा दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम रही। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रतिभाग किया। पूर्वांचल के लोकगायकों ने कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी गीतों से श्रोता दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
चंद्रेश्वरनगर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सुबोध उनियाल ने शुभारंभ कियां अग्रवाल ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का पहला इंजीनियर और वास्तुकार माना जाता है। मान्यता है कि विश्वकर्मा ने ही देवताओं के घर, नगर, अस्त्र-शस्त्र, हस्तिनापुर, द्वारिका, इंद्रपुरी, पुष्पक विमान व इन्द्रप्रस्थ जैसे नगरों, भवनों एवं वस्तुओं का निर्माण किया है। यही कारण से इस दिन उद्योगों एवं फैक्ट्रयिं में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है।
मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा एक प्रसिद्ध ज्ञानी ऋषि और शिल्पकार थे। आज भी वह हमारे जीवन में कला के रूप में दिखाई देते है। कहा कि वेदों और पुराणों में इनका श्रद्धा सहित उल्लेख मिलता है। जगत निर्माता भगवान विश्वकर्मा नहीं होते तो शिल्पकला और वास्तुकला का कोई नाम ही नहीं होता।
सांस्कृतिक संध्या में बिहार से आए लोकगायक मुकुल सिंह, विनय मिश्रा और निशा दुबे ने एक के बाद एक रंगारंग गीतों और उनकी टीमों ने नृत्य की प्रस्तुतियों से श्रोता-दर्शकों को थिरकने पर मजबूर किया।
मौके पर विश्वकर्मा पूजा समिति के अध्यक्ष शम्भू पासवान, मंडी समिति अध्यक्ष विनोद कुकरेती, रविन्द्र राणा, सुमित पंवार, लाल बाबू ठेकेदार, डॉ सुनीता पासवान, सुरेश ठेकेदार, अनिल ठेकेदार, गगन ठेकेदार, देवदत्त शर्मा, शिवकुमार गौतम, ललित जिंदल, कविता शाह, माधवी गुप्ता, संतोष पांथरी आदि मौजूद थे।